जयपुर. राजस्थान में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में राज्य की दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने अपनी सियासी तैयारियों को मूर्त रूप देना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में शुक्रवार को राज्य कांग्रेस की मीडिया कमेटी की अध्यक्ष ममता भूपेश और प्रचार प्रसार कमेटी के अध्यक्ष मुरारी लाल मीणा ने अपनी-अपनी कमेटियों की बैठक ली. बैठक में कमेटी की रणनीति पर चर्चा करने के बाद मीडिया से रुबरु हुए मुरारी लाल मीणा ने ज्योति मिर्धा के पार्टी छोड़ने पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक बड़ी पैसेंजर ट्रेन है, जिसमें कई स्टेशन पर सवारियां उतरती और चढ़ती रहती हैं. इसमें कई बार ट्रेन खाली भी हो जाती है और कई बार भर भी जाती है, लेकिन उस ट्रेन को कोई फर्क नहीं पड़ता है.
मीणा ने आगे कहा कि कांग्रेस की पैसेंजर ट्रेन किसी भी एक्सप्रेस ट्रेन से कहीं मजबूत है. ऐसे में इससे किसी सवारी के उतर जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. वहीं, मंत्री ममता भूपेश ने ज्योति मिर्धा को लेकर कहा कि वो पिछले पांच साल से पार्टी में सक्रिय नहीं थीं और न ही वो कांग्रेस के किसी कार्यक्रम में नजर आईं. उनका कांग्रेस छोड़ने का निर्णय व्यक्तिगत है, लेकिन जब चुनाव आएगा तो जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, वो पछताएंगे.
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2013 में इसलिए हारी कांग्रेस - कृषि विपणन मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा कि साल 2013 में कांग्रेस की स्थिति खराब नहीं थी, लेकिन उस समय किरोड़ी लाल मीणा ने जब अपनी पार्टी राजपा बनाई तो लोगों को लगा कि किरोड़ी लाल मीणा मुख्यमंत्री बन सकते हैं. यही कारण था कि कांग्रेस के परंपरागत वोटर्स एसटी समुदाय के लोग राजपा की ओर शिफ्ट हो गए थे, वरना पार्टी को उस समय भी 60-70 सीटें मिलती.