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Rajasthan assembly Election 2023 : रामलाल जाट बोले- मैं ही नहीं, 200 विधायक चाहते हैं मुख्यमंत्री का पद, लेकिन आलाकमान का फैसला अंतिम

गहलोत सरकार में राजस्व मंत्री रामलाल जाट को माण्डल सीट से दोबारा प्रत्याशी चुना गया है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान रामलाल जाट ने कहा कि मुख्यमंत्री के पद ही ऐसा है कि हमेशा से इसके लिए लड़ाई होती आई है, लेकिन आलाकमान का फैसला अंतिम होता है.

Rajasthan assembly Election 2023
राजस्व मंत्री रामलाल जाट
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 23, 2023, 7:00 PM IST

Updated : Oct 23, 2023, 7:15 PM IST

राजस्व मंत्री रामलाल जाट

जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. इसमें जिन 16 मंत्रियों के टिकट शामिल हैं, उनमें राजस्व मंत्री रामलाल जाट का नाम भी है. टिकट मिलने के बाद रामलाल जाट ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए चुनाव जीतने और सरकार रिपीट करने की बात कही. साथ ही उन्होंने कहा कि 200 विधायक मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, लेकिन अंतिम निर्णय आलाकमान करता है.

बर्तन हर जगह खटकते हैं : उन्होंने गहलोत-पायलट विवाद को लेकर कहा कि संयुक्त परिवार हो या लोकतंत्र, बर्तन हर जगह खटकते हैं. राजस्थान में भाजपा अपनी भूमिका सही से नहीं निभा पाई. कांग्रेस पार्टी में आपस में मनमुटाव हुआ भी तो हम हमारी गलती को सुधारते गए और आगे बढ़ते गए. वर्तमान में गहलोत सरकार के प्रति कोई एंटी इनकंबेंसी नहीं है. हम इसी आधार पर सरकार रिपीट करेंगे कि जनता के मुसीबत के समय हम उसके साथ खड़े रहे.

पढ़ें. Rajasthan Election 2023 : अर्चना शर्मा बोलीं- 2 चुनाव हारने के बाद भी पार्टी ने भरोसा दिखाया, अब भाजपा के किले पर परचम फहराऊंगी

मैं ही नहीं हर विधायक चाहता है मुख्यमंत्री बनना : मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि मुख्यमंत्री पद पर लड़ाई होनी चाहिए, क्योंकि यह पद ही ऐसा है. यह लड़ाई आज ही नहीं पहले भी होती रही है, लेकिन जब आलाकमान फैसला कर लेता है तो उसको सब मानते हैं और आगे भी मानेंगे. मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका आकलन चुनाव के नतीजे के बाद ही किया जाएगा. वैसे भी आलाकमान इस बात को तय करता है कि मुख्यमंत्री कौन होगा. पहले हम चुनाव जीतकर आएं और बहुमत प्राप्त करें, उसके बाद ही इन चीजों पर बात करना सही होगा.

आलाकमान के खिलाफ कोई नहीं जाता : उन्होंने कहा कि दावेदारी सब कर सकते हैं. 200 के 200 विधायक मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. चाहे मैं हूं या कोई और, मुख्यमंत्री पद के लिए मना कोई नहीं करता. चाहे कोई बिजनेस हो, राजनीतिक दल हो या कोई और संस्था हर जगह अनुशासन जरूरी है. इसके बिना संगठन नहीं चल सकता. कांग्रेस पार्टी 1885 में बना, जिसमें कई पार्टी के अध्यक्ष मुख्यमंत्री के दावेदार रहे और आगे भी रहेंगे. हम मुख्यमंत्री पद के लिए झगड़ भी सकते हैं और मांग भी कर सकते हैं, लेकिन एक बार आलाकमान किसी का नाम ले लें तो उसके खिलाफ कोई नहीं जाता है.

पढ़ें. Rajasthan Election : दीया कुमारी बोलीं- टिकट डिस्ट्रीब्यूशन पार्लियामेंट्री बोर्ड का फैसला, सीएम का चेहरा 'कमल'

वो भी सीएम बने, जिनके पक्ष में एक भी विधायक नहीं थे : रामलाल जाट ने कहा कि अगर बहुमत हमारे पक्ष में आएगा, तो उसके बाद अशोक गहलोत, सचिन पायलट, सीपी जोशी या भंवर जितेंद्र जैसे बड़े नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल होंगे. इनके अलावा भी अन्य नेता इस दौड़ में शामिल हो सकते हैं. इतिहास भी रहा है कि आलाकमान ने ऐसे नेताओं को भी मुख्यमंत्री बनाया है, जिनके पक्ष में एक भी विधायक नहीं था.

जनता के काम किए अब जनता जिताएगी : मांडल विधानसभा से अपनी जीत का दावा करते हुए रामलाल जाट ने कहा कि 15वीं विधानसभा में जो काम मैंने गहलोत सरकार में किया, वह कोई नहीं कर सका. खुद मैं भी यह काम पहले नहीं कर सका. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के वर्तमान कार्यकाल में मांडल विधानसभा एकमात्र विधानसभा बनी, जहां 99% पंचायत में अंडरग्राउंड बिजली की लाइन है. इसके साथ ही घर-घर पानी पहुंचाने, स्कूल क्रमोन्नत करने और नई कॉलेज खुलवाने के साथ ही चिकित्सा के क्षेत्र में भी काम किया. अब अगर जनता दोबारा मौका देगी और बहुमत आएगा तो आगे भी इसी तरह काम करते रहेंगे.

राजस्व मंत्री रामलाल जाट

जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. इसमें जिन 16 मंत्रियों के टिकट शामिल हैं, उनमें राजस्व मंत्री रामलाल जाट का नाम भी है. टिकट मिलने के बाद रामलाल जाट ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए चुनाव जीतने और सरकार रिपीट करने की बात कही. साथ ही उन्होंने कहा कि 200 विधायक मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, लेकिन अंतिम निर्णय आलाकमान करता है.

बर्तन हर जगह खटकते हैं : उन्होंने गहलोत-पायलट विवाद को लेकर कहा कि संयुक्त परिवार हो या लोकतंत्र, बर्तन हर जगह खटकते हैं. राजस्थान में भाजपा अपनी भूमिका सही से नहीं निभा पाई. कांग्रेस पार्टी में आपस में मनमुटाव हुआ भी तो हम हमारी गलती को सुधारते गए और आगे बढ़ते गए. वर्तमान में गहलोत सरकार के प्रति कोई एंटी इनकंबेंसी नहीं है. हम इसी आधार पर सरकार रिपीट करेंगे कि जनता के मुसीबत के समय हम उसके साथ खड़े रहे.

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मैं ही नहीं हर विधायक चाहता है मुख्यमंत्री बनना : मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि मुख्यमंत्री पद पर लड़ाई होनी चाहिए, क्योंकि यह पद ही ऐसा है. यह लड़ाई आज ही नहीं पहले भी होती रही है, लेकिन जब आलाकमान फैसला कर लेता है तो उसको सब मानते हैं और आगे भी मानेंगे. मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका आकलन चुनाव के नतीजे के बाद ही किया जाएगा. वैसे भी आलाकमान इस बात को तय करता है कि मुख्यमंत्री कौन होगा. पहले हम चुनाव जीतकर आएं और बहुमत प्राप्त करें, उसके बाद ही इन चीजों पर बात करना सही होगा.

आलाकमान के खिलाफ कोई नहीं जाता : उन्होंने कहा कि दावेदारी सब कर सकते हैं. 200 के 200 विधायक मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. चाहे मैं हूं या कोई और, मुख्यमंत्री पद के लिए मना कोई नहीं करता. चाहे कोई बिजनेस हो, राजनीतिक दल हो या कोई और संस्था हर जगह अनुशासन जरूरी है. इसके बिना संगठन नहीं चल सकता. कांग्रेस पार्टी 1885 में बना, जिसमें कई पार्टी के अध्यक्ष मुख्यमंत्री के दावेदार रहे और आगे भी रहेंगे. हम मुख्यमंत्री पद के लिए झगड़ भी सकते हैं और मांग भी कर सकते हैं, लेकिन एक बार आलाकमान किसी का नाम ले लें तो उसके खिलाफ कोई नहीं जाता है.

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वो भी सीएम बने, जिनके पक्ष में एक भी विधायक नहीं थे : रामलाल जाट ने कहा कि अगर बहुमत हमारे पक्ष में आएगा, तो उसके बाद अशोक गहलोत, सचिन पायलट, सीपी जोशी या भंवर जितेंद्र जैसे बड़े नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल होंगे. इनके अलावा भी अन्य नेता इस दौड़ में शामिल हो सकते हैं. इतिहास भी रहा है कि आलाकमान ने ऐसे नेताओं को भी मुख्यमंत्री बनाया है, जिनके पक्ष में एक भी विधायक नहीं था.

जनता के काम किए अब जनता जिताएगी : मांडल विधानसभा से अपनी जीत का दावा करते हुए रामलाल जाट ने कहा कि 15वीं विधानसभा में जो काम मैंने गहलोत सरकार में किया, वह कोई नहीं कर सका. खुद मैं भी यह काम पहले नहीं कर सका. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के वर्तमान कार्यकाल में मांडल विधानसभा एकमात्र विधानसभा बनी, जहां 99% पंचायत में अंडरग्राउंड बिजली की लाइन है. इसके साथ ही घर-घर पानी पहुंचाने, स्कूल क्रमोन्नत करने और नई कॉलेज खुलवाने के साथ ही चिकित्सा के क्षेत्र में भी काम किया. अब अगर जनता दोबारा मौका देगी और बहुमत आएगा तो आगे भी इसी तरह काम करते रहेंगे.

Last Updated : Oct 23, 2023, 7:15 PM IST
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