ETV Bharat / state

Rajasthan Assembly Election 2023 : हनुमान बेनीवाल को ज्योति मिर्धा की चुनौती, कहा- दम है तो गठबंधन छोड़ अकेले मैदान में आएं

राजस्थान में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की कद्दावर नेता ज्योति मिर्धा कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम चुकी हैं. पार्टी ज्वाइन करने के बाद शुक्रवार को भजापा मुख्यालय पहुंचने पर मीडिया से बातचीत में ज्योति मिर्धा ने हनुमान बेनीवाल को खुली चुनौती दी है.

Rajasthan Assembly Election 2023
Rajasthan Assembly Election 2023
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 15, 2023, 3:52 PM IST

भाजपा नेत्री ज्योति मिर्धा

जयपुर. कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई कद्दावर नेता नाथूराम मिर्धा की पोती और पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल को सीधी चुनौती दी है. ज्योति मिर्धा ने कहा कि हनुमान बेनीवाल के अनर्गल और झूठे आरोप है. कभी भी मेरे या मेरे परिवार पर किसी तरह की ईडी, सीबीआई या इनकम टैक्स की कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि हनुमान बेनीवाल घबराए हुए हैं, इसलिए इस तरह के बयान दे रहे हैं. अगर उनमें दम है तो गठबंधन - ठगबंधन को छोड़ें और अकेले मैदान में आकर सामना करें. पार्टी बनाना कोई बड़ी बात नहीं है, देखते हैं वही घोड़ा और वही मैदान है.

ज्योति मिर्धा दबाव में नहीं आतीः ज्योति मिर्धा ने कहा कि हनुमान बेनीवाल के पास बोलने को कुछ नहीं है. इसलिए वो इस तरह के बयान दे रहे हैं, उन्हें अपना रिकॉर्ड चेक करना चाहिए, आज तक मेरे या मेरे परिवार पर किसी भी एजेंसी की कोई कार्रवाई नहीं हुई है. किसी भी एफआईआर में नाम नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरे ब्रदर इनलो, इंडियाबुल्स के अंदर थे, लेकिन उन्होंने भी 2022 तक जो भी पोजीशन थी, उसे छोड़ दी है. 2022 के बाद से आज तक मेरे किसी परिवार के सदस्य के ऊपर कोई भी जांच एजेंसी की कार्रवाई नहीं हुई, न ही कोई जांच लंबित है. ज्योति मिर्धा ने कहा कि हनुमान बेनीवाल से यह कहना चाहूंगी कि वह अपने रिकॉर्ड को सही करें और इस तरह के अनर्गल आरोप लगाने की जरूरत नहीं है. जो लोग ज्योति मिर्धा को जानते है,उन्हें पता है कि ज्योति किसी भी दबाव में आने वाली नहीं है.

इसे भी पढ़ें - Rajasthan Assembly Election 2023: ससुराल पक्ष को जेल ना जाने पड़े, इसलिए ज्योति मिर्धा ने ज्वाइन की भाजपा-बेनीवाल

सीधे चुनावी मैदान में आएंः ज्योति मिर्धा ने हनुमान बेनीवाल पर और तीखा निशाना साधा. मिर्धा ने कहा कि हनुमान बेनीवाल के चुनौती की कोई बात ही नहीं है , वो मेरे सामने कहीं पर भी नहीं टिकेंगे. उन्होंने खुद ने इस बात को कहा है कि बीजेपी का दामन उन्होंने इस लिए थमा था क्योंकि उनका मेरे परिवार से राजनीतिक रंजीश थी, हराने के लिए कुछ एक्स्ट्रा वोटो की जरूरत थी. इसलिए उन्होंने बीजेपी का दामन थामा था. उन्होंने सिर्फ मुझे हराने के लिए बीजेपी का दामन थामा था, अब बीजेपी से उनका गठबंधन टूट चुका है.

अब जो कांग्रेस से गठबंधन की बात सामने आ रही है, उसमें कांग्रेस के नेता ही खुले रूप से विरोध कर चुके हैं. सचिन पायलट, हरीश चौधरी, दिव्या मदेरणा सहित कई नेताओं ने साफ कर दिया कि हनुमान बेनीवाल से गठबंधन सही नहीं होगा. इससे कांग्रेस कमजोर होगी. मिर्धा ने चुनौती देते हुए कहा कि हनुमान बेनीवाल गठबंधन करके क्यों चुनावी मैदान में आ रहे हैं , दम, है तो अकेले आएं. मेरी उनको खुले रूप में चुनौती है आएं और चुनाव लड़ें, देखते हैं किसमें कितना दम है. पार्टी बनाना कोई बड़ी बात नहीं होती है, अगर उन्हें लगता है कि वह सक्सेसफुल हैं तो आए और चुनाव लड़ें , वही घोड़ा और वही मैदान है.

इसे भी पढ़ें - ज्योति मिर्धा का पार्टी छोड़ना बहुत बड़ा नुकसान, नागौर में 'सौदेबाजी' कांग्रेस को महंगी पड़ेगी : हरीश चौधरी

नागौर से उठती है राजनीतिक आवाजः नागौर कांग्रेस का गढ़ है उसे बीजेपी किस तरह से तोड़ेगी इस सवाल पर ज्योति मिर्धा ने कहा कि नागौर ऐसी जगह जहां से राजनीति की आवाज उठी है. नागौर से जो माहौल बनेगा वह पूरी राजस्थान में जाएगा और यह माहौल बीजेपी के पक्ष में बन रहा है. उन्होंने कहा कि मैं अभी नागौर जाऊंगी, वहां अभी से साफ दिखाई दे रहा है कि वहां पर लोगों में बहुत जोश है. यात्राएं वहां पर आ रही हैं. टिकट के सवाल पर मिर्धा ने कहा कि मैं सच्चे मन से पार्टी के साथ काम करना चाहती हूं, जहां भी पार्टी को मेरी जरूरत होगी उसके अनुसार में काम करूंगी. पार्टी अगर मुझे संगठन में काम करने के लिए कहेगी तो मैं संगठन में मजबूती के साथ काम करूंगी और पार्टी को लगेगा कि मेरा चुनाव लड़ना सही है और मुझे लड़ना चाहिए तो मैं चुनाव लड़ूंगी.

भाजपा नेत्री ज्योति मिर्धा

जयपुर. कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई कद्दावर नेता नाथूराम मिर्धा की पोती और पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल को सीधी चुनौती दी है. ज्योति मिर्धा ने कहा कि हनुमान बेनीवाल के अनर्गल और झूठे आरोप है. कभी भी मेरे या मेरे परिवार पर किसी तरह की ईडी, सीबीआई या इनकम टैक्स की कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि हनुमान बेनीवाल घबराए हुए हैं, इसलिए इस तरह के बयान दे रहे हैं. अगर उनमें दम है तो गठबंधन - ठगबंधन को छोड़ें और अकेले मैदान में आकर सामना करें. पार्टी बनाना कोई बड़ी बात नहीं है, देखते हैं वही घोड़ा और वही मैदान है.

ज्योति मिर्धा दबाव में नहीं आतीः ज्योति मिर्धा ने कहा कि हनुमान बेनीवाल के पास बोलने को कुछ नहीं है. इसलिए वो इस तरह के बयान दे रहे हैं, उन्हें अपना रिकॉर्ड चेक करना चाहिए, आज तक मेरे या मेरे परिवार पर किसी भी एजेंसी की कोई कार्रवाई नहीं हुई है. किसी भी एफआईआर में नाम नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरे ब्रदर इनलो, इंडियाबुल्स के अंदर थे, लेकिन उन्होंने भी 2022 तक जो भी पोजीशन थी, उसे छोड़ दी है. 2022 के बाद से आज तक मेरे किसी परिवार के सदस्य के ऊपर कोई भी जांच एजेंसी की कार्रवाई नहीं हुई, न ही कोई जांच लंबित है. ज्योति मिर्धा ने कहा कि हनुमान बेनीवाल से यह कहना चाहूंगी कि वह अपने रिकॉर्ड को सही करें और इस तरह के अनर्गल आरोप लगाने की जरूरत नहीं है. जो लोग ज्योति मिर्धा को जानते है,उन्हें पता है कि ज्योति किसी भी दबाव में आने वाली नहीं है.

इसे भी पढ़ें - Rajasthan Assembly Election 2023: ससुराल पक्ष को जेल ना जाने पड़े, इसलिए ज्योति मिर्धा ने ज्वाइन की भाजपा-बेनीवाल

सीधे चुनावी मैदान में आएंः ज्योति मिर्धा ने हनुमान बेनीवाल पर और तीखा निशाना साधा. मिर्धा ने कहा कि हनुमान बेनीवाल के चुनौती की कोई बात ही नहीं है , वो मेरे सामने कहीं पर भी नहीं टिकेंगे. उन्होंने खुद ने इस बात को कहा है कि बीजेपी का दामन उन्होंने इस लिए थमा था क्योंकि उनका मेरे परिवार से राजनीतिक रंजीश थी, हराने के लिए कुछ एक्स्ट्रा वोटो की जरूरत थी. इसलिए उन्होंने बीजेपी का दामन थामा था. उन्होंने सिर्फ मुझे हराने के लिए बीजेपी का दामन थामा था, अब बीजेपी से उनका गठबंधन टूट चुका है.

अब जो कांग्रेस से गठबंधन की बात सामने आ रही है, उसमें कांग्रेस के नेता ही खुले रूप से विरोध कर चुके हैं. सचिन पायलट, हरीश चौधरी, दिव्या मदेरणा सहित कई नेताओं ने साफ कर दिया कि हनुमान बेनीवाल से गठबंधन सही नहीं होगा. इससे कांग्रेस कमजोर होगी. मिर्धा ने चुनौती देते हुए कहा कि हनुमान बेनीवाल गठबंधन करके क्यों चुनावी मैदान में आ रहे हैं , दम, है तो अकेले आएं. मेरी उनको खुले रूप में चुनौती है आएं और चुनाव लड़ें, देखते हैं किसमें कितना दम है. पार्टी बनाना कोई बड़ी बात नहीं होती है, अगर उन्हें लगता है कि वह सक्सेसफुल हैं तो आए और चुनाव लड़ें , वही घोड़ा और वही मैदान है.

इसे भी पढ़ें - ज्योति मिर्धा का पार्टी छोड़ना बहुत बड़ा नुकसान, नागौर में 'सौदेबाजी' कांग्रेस को महंगी पड़ेगी : हरीश चौधरी

नागौर से उठती है राजनीतिक आवाजः नागौर कांग्रेस का गढ़ है उसे बीजेपी किस तरह से तोड़ेगी इस सवाल पर ज्योति मिर्धा ने कहा कि नागौर ऐसी जगह जहां से राजनीति की आवाज उठी है. नागौर से जो माहौल बनेगा वह पूरी राजस्थान में जाएगा और यह माहौल बीजेपी के पक्ष में बन रहा है. उन्होंने कहा कि मैं अभी नागौर जाऊंगी, वहां अभी से साफ दिखाई दे रहा है कि वहां पर लोगों में बहुत जोश है. यात्राएं वहां पर आ रही हैं. टिकट के सवाल पर मिर्धा ने कहा कि मैं सच्चे मन से पार्टी के साथ काम करना चाहती हूं, जहां भी पार्टी को मेरी जरूरत होगी उसके अनुसार में काम करूंगी. पार्टी अगर मुझे संगठन में काम करने के लिए कहेगी तो मैं संगठन में मजबूती के साथ काम करूंगी और पार्टी को लगेगा कि मेरा चुनाव लड़ना सही है और मुझे लड़ना चाहिए तो मैं चुनाव लड़ूंगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.