जयपुर. प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा पूरी तरीके से चुनावी रंग में है. पार्टी इस बार टिकट बंटवारे के साथ ही अपना चुनाव का संकल्प पत्र भी जारी करेगी. बीजेपी इस बार घोषणा पत्र को संकल्प पत्र का नाम दे रही है और गुड गवर्नेंस और डेवलपमेंट इस संकल्प पत्र का मुख्य आधार रखा है. खास बात है कि इस बार संकल्प पत्र आम जनता के बीच में जाकर बनाया जाएगा. संकल्प पत्र समिति के संयोजक अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार को भाजपा मुख्यालय पर समिति की पहली बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि जनता का जनता के द्वारा बनाया हुआ इस संकल्प पत्र होगा.
ये है फोकस एरिया: अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि आज पहली बैठक थी. इस बैठक में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी सहित सभी सहसंयोजक और सदस्य इस बैठक में मौजूद रहे. बैठक में चर्चा हुई कि 2023 में जब शासन में आएंगे डेवलपमेंट कैसे करेंगे और गुड गवर्नेंस कैसे देंगे. उसके कुछ पैरामीटर तय किए हैं और उन्हीं को लेकर जनता के बीच में जाएंगे.
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संकल्प पत्र समिति संभाग मुख्यालय से लेकर जिला मुख्यालय और तहसील स्तर तक अलग-अलग वर्ग के लोगों से मुलाकात करेगी और उनके सबके सुझाव लेंगे. ने कहा कि पहली बार ऐसा होगा जब बीजेपी घोषणा पत्र नहीं बल्कि संकल्प पत्र जारी करेगी, जो कि आम जनता से सुझाव लेकर तैयार किया जाएगा. इसमें सभी वर्गों से सुझाव लिए जाएंगे. खास तौर से 5 बिंदु तैयार किए गए जिसमें किसान, महिला, युवा, दलित, आदिवासी को विशेष फोकस किया जाएगा.
डेढ़ करोड़ जनता के बीच पहुंचेंगे: मेघवाल ने कहा कि जनता के सुझावों के लिए आउट रीच प्रोग्राम चलाएंगे. गुड गवर्नेंस को लेकर शासन से जुड़े रहे रिटायर्ड अधिकारियों के ऑनलाइन सुझाव भी लिए जाएंगे. इसके अलावा एक एलईडी स्क्रीन वाली गाड़ी हर जिले और संभाग में जाएगी. उन्होंने कहा कि व्यापारी, वकील, पत्रकार कोई ऐसा वर्ग नहीं छूटेगा. हर वर्ग के लिए कोई ना कोई प्रावधान रखेंगे.
यात्राओं में होगी पेटियां: मेघवाल ने बताया कि प्रदेश में चार स्थानों से निकलने वाली परिवर्तन यात्रा के दौरान भी रथों पर एक सुझाव पेटी रखी जाएगी, जिसमें जनता अपना सुझाव दे सकेगी. इसके अलावा जनाक्रोश यात्रा और नहीं सहेगा राजस्थान में आए सुझावों को भी संकल्प पत्र में शामिल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार की योजनाओं के निश्चित समय पर समीक्षा करेंगे. यह सरकार 4 साल 7 महीने तक नदारद रही. अब 3 महीनों के लिए अलग-अलग योजनाएं लेकर आई है.