जयपुर. राजस्थान विधानसभा में आज बजट पास करने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ पर नाराजगी जताते हुए जमकर बरसे. गहलोत ने कहा कि उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से ट्रेनिंग लेते हैं. लेकिन आपको पता होना चाहिए कि स्पेशल ड्राइंग फैसिलिटी क्या होती है. उन्होंने कहा कि स्पेशल ड्राइंग फैसिलिटी कोविड-काल में प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों को दी थी,जो सभी राज्य इस्तेमाल करते हैं.
ट्रेजरी सिस्टम बदलने के लिए केंद्र को भेजा है प्रस्तावः आरबीआई ने भी स्पेशल ड्राइंग फैसिलिटी इस्तेमाल करना बुद्धिमतापूर्ण माना है, क्योंकि इसमें ब्याज काफी कम लगता है. गहलोत ने कहा कि ट्रेजरी सिस्टम को बदलने के लिए हमने केंद्र सरकार को प्रपोजल जरूर भेजा है, लेकिन जब तक केंद्र सरकार अनुमति नहीं देगी हम ट्रेजरी सिस्टम को समाप्त नहीं कर सकते. गललोत बोले भले ही बजट आज पास हो रहा हो, लेकिन हमारे विभागों ने 250 बजट घोषणाओं की स्वीकृति एडवांस में जारी कर दी है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को भी सोशल सिक्योरिटी पूरे देश में लागू करनी चाहिए. बहरहाल केंद्र करे या न करे राजस्थान सोशल सिक्योरिटी की चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना को 30 मार्च से शुरू कर देगा. गहलोत ने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि 5 साल में राजस्थान सरकार के हिस्से में आने वाले 76,035 करोड़ रुपए की केंद्र सरकार ने कटौती की है.
OPS लागू करेंगे, केंद्र केवल ट्रस्टी है मालिक नहींः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को एक बार फिर ओपीएस को लेकर अपनी बात रखी. कहा कि चाहे प्रधानमंत्री हो या वित्त मंत्री सभी ओपीएस का विरोध कर रहे हैं. हमें चाहे सुप्रीम कोर्ट ही क्यों न जाना पड़े, लेकिन OPS रुकने वाली नहीं है. गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार केवल उन पैसों की ट्रस्टी है. वह मालिक नहीं है. उन्होंने कहा कि क्या मोदी सरकार सांसदों विधायकों के पैसे इस तरीके से शेयर बाजार में लगा सकती है. जब देश 65 साल तक ओपीएस के माध्यम से वित्तीय प्रबंधन के साथ चला तो फिर अब इसमें क्या परेशानी हो रही है.
ये भी पढ़ेंः new districts in rajasthan: 19 नए जिले और तीन नए संभाग की घोषणा, राजस्थान में अब 50 जिले
देश में लोकतंत्र का क्या होगा पता नहींः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार के संसद में विपक्ष के नेताओं के बोलते समय माइक बंद कर देने पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि हम दिल्ली सरकार की तरह नहीं है, जो विपक्ष की परवाह नहीं करे. दिल्ली की सरकार तो संसद में माइक बंद करवा देती है,बोलने नहीं देती है. आज तो लोकसभा की पूरी प्रोसीडिंग ही बंद करवा दी गई. इसलिए कांग्रेस पार्टी लगातार यह कह रही है कि देश किस दिशा में है और किस दिशा में जाएगा कोई नहीं जानता. हालात गंभीर है, जिसे लेकर हर किसी को चिंता करनी चाहिए.
ये भी पढ़ेंः Rajasthan Assembly: रमेश मीणा ने उपनेता प्रतिपक्ष पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप, भाजपा ने किया वॉकआउट
अभिनेश महर्षी पर गहलोत ने दिखाई नाराजगीः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रतनगढ़ से भाजपा विधायक अभिनेश महर्षी के कोरोना के दौरान आरयूएचएस में गलत इंजेक्शन लगाने के आरोपों पर भी नाराजगी जताई. गहलोत ने कहा कि इस मामले में विधायक ने मेरे और सुधीर भंडारी के बारे में कमेंट किया, उसका मुझे दुख है. गहलोत ने कहा कि जो इलाज आपको मिला था. वही इलाज भाजपा विधायक कालीचरण सर्राफ और उनकी पत्नी को भी दिया गया था और उन्होंने इस बात का हमें धन्यवाद भी दिया. गहलोत ने कहा कि आपने जो आरोप लगाए दुर्भाग्यपूर्ण थे, लेकिन मैंने उन सारे मामलों की जांच करवाई है. जांच में यह सामने आया है कि आपको जो इलाज दिया गया वह बिल्कुल ठीक था.
राठौर ने गहलोत को कहा गांधीवादीः राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री के बोलते समय बीच में खड़े होकर कहा कि आप गांधीवादी मुख्यमंत्री हैं. ऐसे में यह वादा करें कि जो 10 करोड़ की सड़कें आपने अपने विधायकों को दी है, वह भाजपा विधायकों को भी बिना किसी भेदभाव के मिलेंगी और हम यह वादा करते हैं कि जब हम सरकार में लौटेंगे तो इस परंपरा को चालू रखेंगे. इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी राजेंद्र राठौड़ पर तंज कसते हुए कहा कि हम भाजपा या कांग्रेस विधायक के आधार पर भेदभाव नहीं करते, लेकिन आपने मुझे तीसरी बार गांधीवादी कहा है और गांधीवादी हमेशा शराब छुड़वाते हैं तो क्या आप मेरी यह बात मानने को तैयार हैं.