जयपुर. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 21 दिसंबर को राजस्थान से हरियाणा में प्रवेश कर गई. जाने से पहले राहुल गांधी सभी नेताओं को गले लगा कर एकता का संदेश भी दे गए. इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोरोना फिर से फैलने की संभावना के चलते (Corona Guidelines in India) पत्र लिखकर राहुल गांधी से देश हित में यह यात्रा रोकने की बात कही है.
अब इस पत्र को लेकर राजस्थान में राजनीति तेज हो गई है और कांग्रेस की ओर से भाजपा की केंद्र सरकार की मंशा पर (Congress Targets Modi Government) सवाल खड़े किए जा रहे हैं. राजस्थान की जलदाय मंत्री महेश जोशी ने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले भी इंटरनेशनल फ्लाइट को रोकने में देरी की गलती की, जिसका खामियाजा देश की जनता को भुगतना पड़ा. अब भी अगर सरकार वास्तव में कोरोना के लेकर गंभीर होती तो सबसे पहले वो राहुल गांधी की यात्रा रोकने के प्रयास की जगह चाइना से आने-जाने वाली फ्लाइट्स को प्रतिबंधित करती.
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लेकिन केंद्र सरकार को कोरोना और देश की चिंता नहीं है, बल्कि उनकी चिंता तो राहुल गांधी की यात्रा को लेकर है कि (Mahesh Joshi Alleged Modi Government) किस तरह से राहुल गांधी कि भारत जोड़ो यात्रा को श्रीनगर जाने से रोका जाए. जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह उम्मीद नहीं थी कि राहुल गांधी को यात्रा को इतना जबरदस्त रिस्पांस मिलेगा, नहीं तो उनकी एडवाइजरी उस समय कहां गई थी, जब गुजरात चुनाव में प्रधानमंत्री बड़ी-बड़ी रैलियां कर रहे थे. यहां तक कि राजस्थान में निकल रही भारतीय जनता पार्टी की जन आक्रोश रैलीयों को लेकर भी केंद्र सरकार ने कोई एडवाइजरी जारी नहीं की.
मतलब साफ है कि केंद्र कि मोदी सरकार केवल राहुल गांधी की यात्रा को रोकना चाहती है और वह घबराई हुई है कि जब राहुल गांधी की यात्रा श्रीनगर पहुंचेगी तो भाजपा ने जो कश्मीर को लेकर सांप्रदायिक माहौल बना रखा है, उसकी कलई खुल जाएगी. इसी डर के मारे प्रधानमंत्री घबराए हुए हैं और इस यात्रा को इसी तरीके से रोकना चाहते हैं. महेश जोशी ने न केवल राहुल गांधी की श्रीनगर की यात्रा का डर केंद्र सरकार में बताया, बल्कि चाइना से आ रही फ्लाइट को नहीं रोकने पर भी उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार चीन को लेकर भी असत्य कथन कर रही है.
उन्होंने कहा कि चीन ने जिस तरह से अरुणाचल प्रदेश में हरकत की उस मामले से भी (Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra) मोदी सरकार देश का ध्यान हटाना चाहती है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का हमेशा यही नीति रही है कि अगर कोई मुद्दा उठा तो उससे जनता का ध्यान भटका दो. ऐसे में केंद्र सरकार एक तीर से दो निशाना लगा रही है. वह चीन के मुद्दे से ध्यान भी हटाना चाहती है और सांप्रदायिक उन्माद भी बनाए रखना चाहती है.