जयपुर. गहलोत सरकार की महत्वाकांक्षी राइट टू हेल्थ बिल योजना का निजी अस्पतालों के चिकित्सक विरोध कर रहे हैं. पिछले कुछ समय से निजी अस्पतालों में चिरंजीवी और आरजीएचएस समेत तमाम सरकारी योजनाओं का बहिष्कार किया जा रहा है. जिसके बाद अब सरकार ने भी इन निजी अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर ली है. चिकित्सक संगठनों का कहना है कि सरकार जेडीए द्वारा निजी अस्पतालों की फोटो और वीडियोग्राफी करवा रही है. बिल्डिंग बायलॉज के नियम के तहत अस्पतालों पर कार्रवाई की तैयारी सरकार की ओर से की जा रही है. ऐसे में चिकित्सक संगठनों ने भी सरकार को चेतावनी जारी कर दी है.
मामले को लेकर प्राईवेट हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम्स सोसायटी के सेक्रेटरी व जॉइंट एक्शन कमेटी के सदस्य, डॉ विजय कपूर ने कहा कि बिल के विरोध मे पिछले कुछ समय से विभिन्न चिकित्सक संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदेश के लगभग सभी निजी अस्पतालों में चिरंजीवी, आरजीएचएस समेत तमाम सरकारी योजनाओं का बहिष्कार किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि सरकार की ओर से निजी अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.
डॉक्टर कपूर का कहना है कि हाल ही में जेडीए की ओर से जयपुर के कुछ निजी अस्पतालों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करवाई गई है. बिल्डिंग बाइलॉज के नियमों के अनुसार कार्रवाई की तैयारी सरकार की ओर से की जा रही है. ऐसे में सभी चिकित्सक संगठनों में रोष है. डॉक्टर विजय कपूर ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि सरकार की ओर से किसी भी निजी अस्पताल पर गलत तरीके से कोई कार्रवाई की गई तो राइट टू हेल्थ बिल को लेकर चल रहा आंदोलन उग्र कर दिया जाएगा.
डॉ विजय कपूर ने चेतावनी दी कि यदि ऐसा है तो सरकार की इस दमनात्मक कार्रवाई को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसका डटकर मुकाबला किया जाएगा. किसी भी निजी अस्पताल या चिकित्सक पर अनुचित दबाव या कार्रवाई की सूरत में यह आंदोलन और उग्र होता चला जाएगा. इस बार चिकित्सक करो या मरो की नीति पर चल रहे हैं. यह आंदोलन इस बिल के वापस लिए जाने तक किसी भी सूरत में नहीं रुकेगा.