चाकसू (जयपुर). चाकसू कृषि उपज मंडी में गुरुवार को एक बार फिर किसानों का मंडी प्रशासन के खिलाफ आक्रोश नजर आया. किसानों को आरोप है कि कृषि मंडी में व्यापारियों की मनमानी से वह परेशान हैं. उनकी उपज का उन्हें उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है. वहीं समय पर माल की नीलामी शुरू नहीं होने और देर शाम तक माल नहीं बिकने से किसान वर्ग नाराज है.
एक पहलू यह भी है कि किसानों के लिए बनाए गए मंडी में प्लेटफार्म पर किसानों के माल की जगह व्यापारियों ने अपना माल डाकलर कब्जा जमाया हुआ है. ऐसे में किसानों की उपज जमीन पर मिट्टी में खराब हो रही है. जिसके चलते व्यापारी किसानों के माल को ओने-पौने दामों पर खरीद करते हैं. बारिश के समय तो माल भीगकर खराब होने का डर किसानों को सताता है. समय पर बोली नहीं होने से पलदार यूनियन के लोग भी इस समस्या से परेशान दिखे. किसानों के साथ पलदारों ने भी मंडी प्रशासन की अव्यवस्थाओं पर विरोध जताया है.
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लगभग 4 घण्टे के किसानों ने कृषि मंडी की अव्यवस्थाओं को लेकर मुख्यद्वार को बंदकर प्रदर्शन किया. इस दौरान जब किसी ने उनकी बात नहीं सुनी तो वह चाकसू-दौसा राजमार्ग-2 पर आकर प्रदर्शन करने लगे. बाद में मौके पर पहुंचे चाकसू तहसीलदार अजित सिंह बुंदेला, एसीपी दीपक गर्ग, चाकसू एसएचओ बलबीर सिंह कस्वा ने मंडी प्रशासन, व्यापारियों और किसानों के बीच काफ़ी देर तक समझाइश की. देर शाम 7 बजे किसान वर्ग आश्वासन पर एक बार फिर से शांत हुआ.
कृषि मंडी माल बेचने आए किसानों ने मीडिया के सामने अपनी समस्याएं रखते हुए बताया कि देर तक वे अपना माल बेचकर मंडी से निकलते हैं तो बीच रास्ते में लूटपाट का भी डर भय बना रहता है. इधर, व्यापारी वर्ग ने अपने उपर लगे आरोपों पर अपनी सफाई पेश की है. इस सम्बंध में चाकसू पुलिस थानाधिकारी बलवीर सिंह कस्वा ने बताया कि मंडी प्रशासन, व्यापारी व किसानों से समझाई करते हुए शिघ्र ही समस्याओं का हल निकले, इस पर सहमति बन गई है. जिसके बाद किसानों का गुस्सा शांत कराया गया है.