जयपुर. बिजली दरों पर फ्यूल सरचार्ज और स्पेशल सरचार्ज लिए जाने के विरोध में लघु उद्योग भारती के बैनर तले व्यापारी एकजुट हो गए हैं और इसका विरोध शुरू कर दिया है. लघु उद्योग भारती के बैनर तले व्यापारियों ने गुरुवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया. व्यापारियों ने आरोप लगाया कि एक तरफ तो सरकार विज्ञापनों पर करोड़ों रुपए खर्च रही है, वहीं दूसरी ओर व्यापारियों को कुचलने का काम किया जा रहा है.
लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष योगेश गौतम ने बताया कि प्रदेश के कई उद्योग संगठन इस प्रदर्शन में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के तीनो डिस्कॉम व्यापारियों पर अत्याचार कर रहे हैं और अवैध रूप से बिजली की दरों पर फ्यूल सरचार्ज वसूलने का काम किया जा रहा है. सरकार की गलती के कारण ही महंगी दरों पर बिजली खरीदी जा रही है और उसकी वसूली व्यापारियों से फ्यूल सरचार्ज के रूप में की जा रही है.
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उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ तो सरकार विज्ञापनों पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, वहीं दूसरी ओर फ्यूल सरचार्ज वसूल कर व्यापारियों को कुचलने का भी काम कर रही है. सरकार का यह अत्याचार उद्योग संगठन नहीं सहेंगे. योगेश गौतम ने कहा कि राजस्थान में उद्योगों की स्थिति वैसे ही खराब है और फ्यूल सरचार्ज के बाद उद्योग-धंधे बंद होने के कगार पर पहुंच गए हैं. यदि इसी तरह से चलता रहा, तो प्रदेश के उद्योग-धंधे दूसरी जगह शिफ्ट हो जाएंगे और बेरोजगारी बढ़ जाएगी. इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार और डिस्काम की होगी.
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उन्होंने कहा कि सभी व्यापारियों की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द बिजली दरों पर लगने वाले फ्यूल सरचार्ज को वापस ले. प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला व्यापारी भी शामिल हुई. लघु उद्योग भारती की प्रान्तीय महामंत्री सुनीता शर्मा ने कहा कि फ्यूल सरचार्ज बढ़ाने से उद्योग-धंधों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. अगर ऐसा ही चलता रहा, तो उद्योग-धंधे बंद हो जाएंगे. सरकार जल्द फ्यूल सरचार्ज वापस ले और छोटे व्यापारियों को राहत दे.
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शर्मा ने कहा कि जब उद्योग-धंधे बंद हो जाएंगे, तो बेरोजगारी भी बढ़ जाएगी. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार फ्यूल सरचार्ज को वापस नहीं लेती है, तो हमारे संगठन की ओर से कोई ठोस कदम उठाया जाएगा. धरना संयोजक विमल कटियार ने कहा कि प्रदेश भर में 50 स्थानों पर व्यापारी सरकार के खिलाफ फ्यूल चार्ज वापस लेने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बढ़े हुए फ्यूल सरचार्ज का भार जनता पर भी पड़ रहा है. इसलिए हमारी मांग है कि सरकार इसे वापस लेकर व्यापारियों और जनता को राहत दे.
झालावाड़ में भी सड़क पर उतरे व्यापारीः झालावाड़ के उद्योग व्यापार संगठन और विद्युत उपभोक्ता संघर्ष समिति के तत्वावधान में गुरुवार को जिले के औद्योगिक व व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने फ्यूल सरचार्ज तथा स्पेशल फ्यूल सरचार्ज हटाने की मांग को लेकर मिनी सचिवालय के सामने धरना प्रदर्शन किया और मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेंद्र सिंह राजपुरोहित को ऊर्जा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. इस दौरान माइंस एसोसिएशन झालावाड़ के पदाधिकारी पुखराज जैन ने बताया कि राजस्थान में समस्त विद्युत निगमों द्वारा औद्योगिक व व्यापारिक इकाइयों से फ्यूल सरचार्ज तथा स्पेशल फ्यूल सरचार्ज के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है, ऐसे में जिले की औद्योगिक इकाइयों पर अतिरिक्त बोझ बढ़ रहा है.
जैन ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकारें कोयला कंपनियों को समय पर भुगतान नहीं कर रहीं, जिससे कंपनियों की विद्युत निगम पर ब्याज राशि बढ़ती जा रही है. जिसे चुकाने के लिए विद्युत निगमों द्वारा स्पेशल फ्यूल सरचार्ज के नाम पर औद्योगिक इकाइयों से मनमानी वसूली की जा रही है. औद्योगिक संगठनों की मांग है कि सरकार द्वारा कोयला कंपनियों को समय पर भुगतान किया जाए और औद्योगिक उपभोक्ताओं को सरचार्ज के नाम पर की जा रही वसूली से राहत दी जाए.