जयपुर. राजधानी जयपुर में निजी अस्पताल में सीनियर चिकित्सक के साथ हुई मारपीट को लेकर आंदोलनरत चिकित्सकों ने एडिशनल पुलिस कमिश्नर से मिले आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म कर दिया है. एडिशनल पुलिस कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप ने आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए मंगलवार को चार्ज शीट पेश करने का आश्वासन दिया. इस पर प्राइवेट डॉक्टर्स ने आंदोलन खत्म कर दिया. अब सोमवार से एक बार फिर प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम में ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं पूर्व की भांति संचालित होंगी.
इससे पहले दिन में किया प्रोटेस्ट मार्चः राजधानी में रविवार को डॉक्टरों ने प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में ओपीडी और इमरजेंसी सेवाओं को बंद रखते हुए अपना विरोध जताया. इसके साथ ही सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए जेएमए से लेकर त्रिमूर्ति सर्किल तक प्रोटेस्ट मार्च भी किया. बता दें कि जेएलएन रोड स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में एक सीनियर डॉक्टर के साथ हुई मारपीट के विरोध में डॉक्टर कार्य बहिष्कार पर थे. रविवार को डॉक्टरों को सुरक्षा मुहैया कराने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए डॉक्टरों ने प्रोटेस्ट मार्च निकाला.
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वहीं आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं प्राइवेट अस्पताल और नर्सिंग होम सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ विजय कपूर ने बताया कि उनका स्टैंड बिल्कुल स्पष्ट है. जिस दिन डॉक्टर के साथ मारपीट हुई, उस दिन से केवल एक ही मांग है कि जिन धाराओं के तहत आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट 2008 की धाराएं भी शामिल हैं. उसी के तहत कार्रवाई हो. ये पूरी तरह नॉन बेलेबल ऑफेंस (गैर जमानती अपराध) है, ऐसे में आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि मरीज सफर कर रहे हैं, इसका दुख है, लेकिन मरीजों के साथ-साथ प्राइवेट डॉक्टर भी सफर कर रहे हैं.