जयपुर. अफसर की ACR को चल रहा विवाद खत्म नही हो रहा है. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास एक बार फिर ACR के मुद्दे पर (Pratap singh Khachariyawas on ACR) मुखर हुए. उन्होंने कहा (Khachariyawas compare himself to Gehlot and pilot) कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट जब केंद्र में मंत्री थे तब अफसर के एसीआर भरते थे. मौजूदा कैबिनेट में कई मंत्री अफसरों की एसीआर भरते हैं तो फिर मैं क्यों नही भर सकता है?. एसीआर को लेकर मंत्री खाचरियावास ने कहा मैं अपने बयान पर आज भी कायम हूं. वहीं मंत्री ममता भूपेश ने स्वीकार की वो अपने विभाग के अफसर की एसीआर भरती हैं.
नौकरशाहों की एसीआर भरने को लेकर हाल ही में कैबिनेट मंत्री महेश जोशी के साथ हुए टकराव के बावजूद मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि नौकरशाहों की एसीआर भरने के बयान पर मैं अभी भी कायम हूं. एसीआर भरने को लेकर मेरे अकेले का मामला नहीं बल्कि तमाम मंत्रियों के अधिकार का मामला है. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बुधवार को सचिवालय में कैबिनेट की प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि इस मामले को लेकर उनका मुख्यमंत्री से कोई टकराव नहीं है. यह अधिकारों की बात है जब-जब भी सरकार पर संकट आया है तो वो सरकार बचाने के लिए सबसे आगे खड़े रहे हैं. उन्होंने कहा कि संविधान भी इस बात की इजाजत देता है कि मंत्रियों को नौकरशाहों की एसीआर भरना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह कोई आपसी झगड़ा नहीं है. हमारे परिवार का मामला है और परिवार में रहकर ही इस मामले की बात कर रहे हैं . इस मामले में मेरी मुख्यमंत्री गहलोत से भी चर्चा हो चुकी है.
गहलोत-पायलट ने भारी एसीआरः प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि अफसरों की एसीआर को लेकर मेरी कई मंत्री से बात हुई है. यहां तक कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट जब केंद्र में मंत्री थे तब उन्होंने भी अपने विभाग के मंत्रियों की एसीआर भरी है. इतना ही नहीं मौजूदा गहलोत कैबिनेट में कई मंत्री हैं जो अपने विभाग के अफसरों की एसीआर भर रहे हैं. लेकिन मुझे तो अपने विभाग के आईएएस की तो दूर आरएएस की भी ACR भरने का भी अधिकार नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि टकराव का विषय नहीं है , लेकिन जब जवाबदेही की बात आती है तो वह इस मसले पर अपनी बात तो रखेंगे.
साथ ही प्रताप सिंह खाचरियावास ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि गुलाबचंद कटारिया कह रहे हैं कि गहलोत सरकार के मंत्री कुंठा में हैं. लेकिन उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि जब उनकी पार्टी की सरकार थी और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे थी तो वह कितने दुखी थे. उनके कई मंत्री इस बात को कह चुके थे कि उन्हें शर्म आती क्यों राजस्थान के सरकार में मंत्री हैं. इसलिए गुलाबचंद कटारिया अपनी पार्टी के बारे में विचार करें और उनकी चिंता करें , कांग्रेस की चिंता करना छोड़ दें.
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ममता भूपेश ने कहा- मैं भरती हूं एसीआरः वहीं कैबिनेट की ब्रीफिंग के दौरान मंत्री ममता भूपेश ने (Mamta Bhupesh on ACR) कहा कि वो अपने विभाग के अधिकारियों के एसीआर भरती हैं. इस पर मंत्री खाचरियावास ने भी कहा कि सभी मंत्रियों को एससीआर बनने का अधिकार मिलना चाहिए.
मैं किसी मंत्री की बात नहीं काटताः मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की ओर से हाल ही में मुख्यमंत्री को लेकर दिए गए बयान पर भी खाचरियावास ने कहा कि तबादलों को लेकर मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने किस संदर्भ में क्या बात कही थी इस बारे में उन्हें पता नहीं है. लेकिन वह कभी भी अपने सहयोगी मंत्री की बात को नहीं काटते हैं. बता दें कि मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने कहा था कि डीजीपी से लेकर कॉन्स्टेबल तक का ट्रांसफर मुख्यमंत्री करते हैं.
राजस्थान में नए सिरे से तैयार हो रहा है भारत जोडो यात्रा का रूटः इधर राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों को लेकर कैबिनेट की बैठक में भी चर्चा हुई है. राजस्थान में 3 दिसंबर को भारत जोड़ो यात्रा प्रवेश करेगी. हालांकि अभी तक यात्रा का फाइनल रूट तैयार नहीं हुआ है और तमाम नेता राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में चलेंगे. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा की नींद उड़ी हुई है. उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के उस बयान पर भी पटवार किया जिसमें उन्होंने किसानों की कर्ज माफी की बात की थी. खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी को कोई अधिकार नहीं है कि वह किसानों की बात करे. राहुल गांधी की घोषणा के बाद प्रदेश में बनी गहलोत सरकार ने सभी जिलों के किसानों का कर्ज माफ किया है , कोई भी प्रदेश का किसान कर्जमफी से अछूता नहीं रहा है.
प्रभारी मंत्री जिलों में करेंगे योजनाओं की मॉनिटरिंगः मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तमाम मंत्रियों को निर्देश दिया कि वो अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर योजनाओं की मॉनिटरिंग करें. सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ धरातल पर लोगों तक पहुंचे इसके लिए प्रभारी सचिव और प्रभारी मंत्रियों को यह दायित्व दिया गया है कि वह गांव ढाणी में पहुंचकर लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाएं.