जयपुर. प्रदेश में नकली दवाओं का कारोबार बड़े स्तर पर चल रहा है. पिछले कुछ महीनों में औषधि नियंत्रण विभाग ने बड़े स्तर पर कार्रवाई भी की है. लेकिन मौजूदा वित्तीय वर्ष में विभाग ने पिछले साल से दोगुनी कार्रवाई करने का लक्ष्य रखा है. और खास बात यह है कि इस बार पुलिस का साथ भी विभाग को मिलेगा.
औषधि नियंत्रण विभाग को इस बार 54 अधिकारी भी मिले हैं. जिसके बाद विभाग ने अपना सिस्टम डवलप करना शुरू कर दिया है. ताकि ज्यादा कार्रवाई की जाए और नकली दवा कारोबार को खत्म किया जा सके. पिछले वर्ष भी औषधि नियंत्रक विभाग ने बुखार में काम आने वाली नकली वैक्सीन और बच्चों के नकली टीके पकड़े थे. जिसमें गंगानगर, सीकर, जोधपुर, जयपुर के अलावा पंजाब से भी तार जुड़े हुए थे.
औषधि नियंत्रण विभाग के अधिकारी ने बताया कि इससे पहले कई बार कार्रवाई के लिए उन्हें प्रदेश की ऐसी जगहों पर जाना पड़ता था. जहां उनकी टीम को सुरक्षा का भय बना रहता था. लेकिन अब पुलिस के संरक्षण में कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा तो टीम खुलकर काम कर सकेगी. वहीं यह भी बताया कि इससे पहले कुछ कार्रवाई में पुलिस साथ रही. ऐसे मामलों पर केस दर्ज हुआ और नकली दवा कारोबारियों को सजा भी मिली है.