जयपुर. राजस्थान में विधानसभा की रणभेरी बज चुकी है और चुनाव की तारीख का ऐलान होने के साथ ही आदर्श आचार संहिता भी लग चुकी है. प्रदेश में अगली सरकार चुनने के लिए 25 नवंबर को मतदान होना है और तमाम राजनीतिक दल इसके लिए जुटे हुए हैं. आदर्श आचार संहिता की पालना और चुनाव में अवैध शराब, मादक पदार्थ और हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए जयपुर पुलिस ने भी कमर कस ली है.
संदिग्ध गतिविधि पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई: विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के साथ ही अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर (कानून-व्यवस्था) कुंवर राष्ट्रदीप ने जयपुर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में धारा-144 लागू कर दी है. इसके अलावा संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च भी निकाले जा रहे हैं. जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के साथ ही हर विधानसभा क्षेत्र में पुलिस की तीन-तीन फ्लाइंग स्क्वॉड तैनात की गई है. इस तरह जयपुर आयुक्तालय क्षेत्र में 37 टीमें तैनात की गई है. इन टीमों का काम यह है कि अवैध शराब, मादक पदार्थ, अवैध हथियार और नकदी के परिवहन पर खास तौर से नजर रखी जाए. साथ ही कोई संदिग्ध गतिविधि पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई करें.
सी-विजिल ऐप की शिकायतों पर गंभीरता : उन्होंने बताया कि इलेक्शन कमीशन का एक सी-विजिल ऐप है. उसमें जो भी शिकायतें आती हैं, उनपर तत्काल रेस्पॉन्ड कर कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही गिरफ्तारी वारंट की तामील करवाने की प्रक्रिया को भी तेज किया जा रहा है. शांतिपूर्ण तरीके से निष्पक्ष चुनाव संपन्न करवाने के लिए किसी को पाबंद करवाना है या किसी के खिलाफ कोई निरोधात्मक कार्रवाई करनी है, उसकी भी कवायद तेज की जा रही है.
पहले से ज्यादा होंगे संवेदनशील बूथ : उन्होंने बताया कि जयपुर में मतदान के लिए संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों को चिह्नित करने की भी कवायद की जा रही है. बताया जा रहा है कि पिछले दिनों की घटनाओं को देखते हुए जयपुर में इस बार संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों की संख्या पहले के चुनाव की तुलना में ज्यादा होगी.