जयपुर. राजधानी की सड़कों पर यातायात के फर्जी परमिट लेकर सरपट वाहन दौड़ रहे हैं. इसको लेकर बाकायदा एक गिरोह संचालित हो रहा है. इसका खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया. पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपी नो एंट्री जोन में वाहनों के प्रवेश के फर्जी परमिशन-पत्र जारी करता है.
पढ़ें: कोटा: रामगंजमंडी में ACB की कार्रवाई, चिकित्सा अधिकारी 5 हजार की रिश्वत लेते ट्रैप
मामले में बताया जा रहा है कि जब जयपुर के डीसीएम चौराहे पर नो एंट्री में आ रहे एक वाहन को पुलिस ने रोका और फिर चालक से पूछताछ की तो यातायात के फर्जी परमिट के मामले के खुलासा हुआ. पुलिस ने चेकिंग के दौरान वाहन की परमिशन फर्जी पाई. इसके बाद वाहन चालक को पुलिस तत्काल श्याम नगर थाने लेकर गई. वहां उससे पूछताछ में सामने आया कि उसने मेट्रो स्टेशन के नीचे पंडित ट्रांसपोर्ट कमीशन एजेंट नाम से ऑफिस खोल रखा है. ऑफिस के जरिए आरोपी नो एंट्री में परमिशन के लिए यातायात के फर्जी परमिट जारी करता है.
पढ़ें: पोषाहार वितरण पर ममता भूपेश का बड़ा बयान, कहा- किसी का रोजगार नहीं छीना है...
अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि श्याम नगर थाना अधिकारी संतरा मीणा ने कार्रवाई करते हुए नो एंट्री जोन में यातायात के फर्जी परमिशन देने वाले एक शातिर को गिरफ्तार किया है. शातिर आरोपी का नाम लोकेश शर्मा है. उसने बाकायदा अपना ऑफिस भी खोल रखा है. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर फर्जी अनुमति-पत्र जारी करने वाले नेटवर्क को खंगालने में जुटी है.