जालोर. जिले में डिजिटल इण्डिया लैण्ड रिकॉर्ड मॉर्डनाइजेशन प्रोग्राम के अंतर्गत तैयार की गई. ऑनलाइन जमाबंदियों में संभावित त्रुटियों को लेकर पायलट प्रोजेक्ट के तहत जालोर तहसील के डांगरा और केशवना के दो पटवार मंडलों का चयन किया गया है. जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता की उपस्थिति में ग्राम पंचायत डांगरा में पटवारी और भू.अ. निरीक्षक ग्रामवासियों के समक्ष डांगरा और निम्बलाना ग्राम की जमाबंदियों का अध्यन किया.
इस दौरान जमाबंदियों में रही त्रुटियां जैसे-विरासत के नामान्तरकरण, कृषकों के नाम, जाति, हिस्सा, रहन परिवर्तन और बंटवाड़ा योग्य खातों की सूची ग्रामवासियों की तरफ से तैयार करवाई गई. जिला कलेक्टर ने उक्त त्रुटियों को नियमानुसार शुद्धि पत्र और राजस्थान भू-राजस्व अधिनियम 1956 की धारा 136 के तहत दुरूस्त करने के लिए पटवारी हल्का और भू-अभिलेख निरीक्षक को निर्देश दिए हैं.
उन्होंने ग्राम पंचायत डांगरा में जनसुनवाई भी की साथ ही बिजली, पानी और अन्य समस्याओं के समाधान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया. इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से हथकढ़ी शराब के खिलाफ जन जागृति लाने के संबंध में चर्चा की गई. इस अवसर पर जालोर उपखण्ड अधिकारी चम्पालाल जीनगर, डांगरा सरपंच, जलदाय, पंचायत व राजस्व विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित मौजूद रहे.
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दो गांवों के सुधार के बाद जिलेभर के गांवों की त्रुटियों में किया जाएगा सुधार-
इण्डिया लैण्ड रिकार्ड मॉर्डनाइजेशन प्रोग्राम के तहत जिले भर का रिकॉर्ड ऑनलाइन कर दिया गया है. अब ऑनलाइन रिकॉर्ड में संशोधन करने के लिए दो राजस्व गांवों का चयन किया गया है. इन दोनों गांवों की त्रुटियों में सुधार करने के बाद जिलेभर के रिकॉर्ड में संशोधन किया जाएगा.