जयपुर. राजस्थान कांग्रेस में जारी सियासी घमासान के बीच लंबे समय से खामोशी साधे बैठे सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीएम गहलोत पर निशाना साधा. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तुलना पार्टी के पूर्व वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद से की. साथ ही उन्होंने राजस्थान के बांसवाड़ा में मानगढ़ गौरव गाथा कार्यक्रम के दौरान सीएम गहलोत के पीएम मोदी की तारीफ पर तंज भी कसा. आगे उन्होंने कहा कि सीएम के साथ ही पीएम मोदी ने भी सीएम गहलोत की तारीफ की थी. उन्होंने कहा कि यह बड़ा दिलचस्प घटनाक्रम कहा जा सकता है, क्योंकि पीएम मोदी ने इसी तरह गुलाम नबी आजाद की भी तारीफ की थी, लेकिन उसके बाद क्या हुआ सब जानते हैं. आगे उन्होंने कहा कि आलाकमान के आदेशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई चाहिए.
वहीं, पायलट ने आगे कहा कि जहां तक राजस्थान के अंदर की बात है 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, वह मीटिंग हो नहीं पाई थी. इसके लिए मुख्यमंत्री ने खुद ने माफी मांगी थी, पार्टी से भी और हमारे पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी. उन सब का संज्ञान लेने के बाद एआईसीसी ने इसे इंडिसीप्लिन का मामला माना 3 लोगों को नोटिस दिए गए नोटिस के बाद यह जानकारी में आया है कि जवाब दिए गए हैं. उस पर भी शीघ्र निर्णय लिए जाने चाहिए.
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वेणुगोपाल लेंगे निर्णय: सचिन पायलट ने तीनों नेताओं पर कार्रवाई की मांग तो की ही है इसके साथ ही यह भी कहा कि 13 महीने राजस्थान के चुनाव में बचे हैं, ऐसे में राजस्थान को लेकर केसी वेणुगोपाल पहले ही कह चुके हैं कि जल्द ही निर्णय लिया जाएगा. किसे क्या पद देना है और जो भी निर्णय लेना है या कदम उठाने हैं वो कदम भी कांग्रेस पार्टी को जल्द ही उठाने चाहिए. पायलट ने कहा कि हम अभी गुजरात और हिमाचल के चुनाव में व्यस्त हैं ऐसे में जो भी निर्णय लेना है वह कांग्रेस आलाकमान जल्द लें.