जयपुर. राजस्थान में पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन की मांगों को लेकर सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन में 15 सितंबर को वार्ता हुई थी. इसके बाद पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन ने पेट्रोल पंप बंद करने के निर्णय को 10 दिन के लिए स्थगित कर दिया था. सरकार की ओर से भी इस मामले में एंपावर्ड कमेटी बनाकर 10 दिन में रिपोर्ट सौंपने की बात कही थी, लेकिन 12 दिन निकलने के बाद भी जब सरकार की ओर से ना तो कमेटी बनाई गई और ना ही कोई रिपोर्ट आई तो पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन ने एक बार फिर आंदोलन पर जाने की बात कर दी.
पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने बयान जारी कर गुरुवार को 28 सितंबर से 30 सितंबर तक रोजाना शाम 8 से 10 तक पेट्रोल पंपों पर लाइट बंद कर पेट्रोल की बिक्री बंद करने का ऐलान कर दिया है. पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि अगर 30 तारीख तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती है तो 1 अक्टूबर को सुबह 6 बजे से शाम 6 तक सांकेतिक हड़ताल की जाएगी. इसके बाद भी सरकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया तो 2 अक्टूबर गांधी जयंती से सभी पेट्रोल पंप अनिश्चितकालीन हड़ताल के तहत बंद कर दिए जाएंगे.
इधर सरकार ने बनाई तुरंत उच्च स्तरीय समिति : इधर पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन ने एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया, तो उधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शासन सचिव वित्त (राजस्व) की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया है. इस समिति में आयुक्त वाणिज्य कर विभाग, संयुक्त शासन सचिव वित्त कर विभाग, अतिरिक्त खाद्य आयुक्त एवं निदेशक उपभोक्ता मामलात विभाग और उपायुक्त एवं उच्च शासन सचिव द्वितीय, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता को सदस्य नियुक्त किया गया है.
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समिति की गुरुवार को पहली बैठक भी हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन की मांगों को लेकर 30 सितंबर को समिति ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के साथ और 3 अक्टूबर को राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के साथ बैठक करेगी. समिति तेल कंपनियों के प्रतिनिधियों और राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन व संबंधित लोगों के साथ चर्चा करने के बाद 10 दिन में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी. इसके साथ ही समिति ने पेट्रोल डीजल के बिलों के भुगतान की प्रक्रिया को सुदृढ़ एवं सरल करने के लिए उपभोग करने वाले संबंधित विभागों के साथ भी बैठक करने का निर्णय लेते हुए यह भी तय किया कि सीमावर्ती जिलों में जमीनी स्थिति का अध्ययन करने के लिए टीम में गठित की जाएगी.
अभी पेट्रोल पंप डीलर्स की ने नहीं लिया आंदोलन वापस : पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन की ओर से चेतावनी दिए जाने के बाद राज्य सरकार की ओर से कमेटी के नाम और मीटिंग का समय जारी कर दिया गया है. लेकिन अब तक पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन की ओर से अपने आंदोलन को वापस लेने की घोषणा नहीं की है.