खेतड़ी (झुंझुनू). खेतड़ी (झुंझुनू). सिंघाना सर्किल के पास एक दुकान पर 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगने के लिए फायरिंग करने वाले बदमाशों में से एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी 5 हजार रुपए इनामी है.
थानाधिकारी हरि कृष्ण तंवर ने बताया 26 अगस्त को मनीष चौधरी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. रिपोर्ट में बताया कि उसके पास व्हाट्सएप कॉल आया. जिसमें आरोपी ने अपना नाम लोकेश गुर्जर डूमोली बताते हुए 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी. इसके पांच मिनट के बाद ही एक लड़का दुकान के बाहर फायर करते हुए अंदर आया तथा स्टाफ को अंदर जाने की कहकर शाम तक 20 लाख रुपए भिजवाने की बात कही.
रिपोर्ट में बताया कि युवक ने दोबारा फायरिंग करने की कोशिश की लेकिन गोली नहीं चली. इसके बाद वह साथियों के साथ फरार हो गया. पुलिस को आरोपी राजवीर उर्फ धोलिया के गांव आने की सूचना मिली. इस पर पुलिस ने राजवीर उर्फ धोलिया निवासी पथाना को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पता चला कि युवक रंगदारी मांगने वाले मुख्य आरोपी लोकेश गुर्जर को बाइक पर बैठाकर लाने और ले जाने के दौरान साथ था. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश करके 4 दिन के पीसी रिमांड पर लिया है.
यह भी पढ़ें. नकली शराब बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद...1 गिरफ्तार
साथियों के साथ पहाड़ों में काटी फरारी
दुकान पर फायरिंग के बाद मुख्य आरोपी लोकेश गुर्जर और राजवीर सबसे पहले उदयपुरवाटी के कोट में रहे. इसके बाद हरियाणा के नांगल चौधरी क्षेत्र के सराय में अपनी गैंग के राजेश सराय के पास करीब एक महीने तक फरारी काटी. इसके बाद लोकेश गुर्जर अलग हो गया. राजवीर नीमराणा गुड़गांव कनीना क्षेत्र में अपनी जान पहचान वालों के पास रहा. लेकिन गैंग के अन्य सदस्य गिरफ्तार हुए. तब फरारी के दौरान परेशान हुआ और खाने-पीने को लेकर भी दिक्कत होने लगी.
इस पर पहाड़ों में रहते हुए बाजरे के सिट्टे सेक कर भी खाना पड़ा. पैसों की तंगी पर उसने अपने साथी राजेश सराय व विक्रम बामरडा को भी सूचना दी. इस पर दोनों साथियों ने खंडेला में व्यापारी से रंगदारी मांगी लेकिन गिरफ्तार हो गए. तब परेशान होकर राजवीर अपने घर की तरफ आया तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
गैंग के सदस्यों से व्हाट्सएप और मैसेंजर के जरिए होता था संपर्क
रंगदारी की वारदात करने वाले गैंग में करीब दो दर्जन बदमाश हैं. ये लोग अलग-अलग क्षेत्रों में वारदात करते हैं और सभी एक दूसरे का सहयोग करते हैं. उनका मकसद खौफ पैदा करके रुपया ऐंठना है. वारदात के पहले ही गैंग के सदस्य योजना के अनुसार कार्य आपस में बांट दिया जाता है. वारदात के बाद फरारी के समय आरोपी आपस में बात करते समय फोन का इस्तेमाल ना करते हुए मैसेंजर वह व्हाट्सएप कॉल से दूसरों के फोन लेकर ही बात करते हैं. जिससे लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाती थी.
यह भी पढ़ें. बहरोड़ में नशा मुक्ति केंद्र के संचालक की हत्या मामले में मुख्य आरोपी गिरफ्तार
आपराधिक रिकॉर्ड
रंगदारी मामले में सहअभियुक्त राजवीर के खिलाफ खेतड़ी पचेरी व झुंझुनू में दर्जनों मामले दर्ज हैं. उसके खिलाफ अवैध हथियार, रंगदारी, लूटपाट, संपत्ति नुकसान, जानलेवा हमला, हत्या का प्रयास, मारपीट, आर्म्स एक्ट, धोखाधड़ी के साथ कई संगीन मामले दर्ज हैं.
आठ आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
सिंघाना सर्किल के व्यापारी से रंगदारी मामले में गैंग के 7 सदस्य रोहन उर्फ जसपाल निवासी बनवास, धर्मेंद्र उर्फ धर्मा, घीसाराम, वीर सिंह, अनिल कुमार, रणजीत सिंहको पहले ही गिरफ्तार कर चुके हैं. आठवां मुख्य सह अभियुक्त राजवीर को गिरफ्तार किया गया है.