जयपुर. करौली में पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता के साथ कलेक्टर की ओर से किए गए दुर्व्यवहार के कारण पीएचईडी के इंजीनियर्स में रोष व्याप्त हो गया (Allegations of misbehave with PHED engineer) है. पीएचईडी के इंजीनियर्स ने मंगलवार को हेड ऑफिस जल भवन के दोनों गेट बंद कर हड़ताल शुरू कर दी है. पीएचईडी ने सरकार को 2 दिन का अल्टीमेटम दिया है. सभी इंजीनियर्स ने करौली कलेक्टर अंकित कुमार को हटाने की मांग की है.
दरअसल करौली में दूषित पानी को लेकर शिकायत की गई थी. इसे लेकर करौली कलेक्टर अंकित कुमार ने सोमवार को पीएचईडी के कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया और अधीक्षण अभियंता के घर का पानी बंद करवा दिया. साथ ही दो पुलिसकर्मियों को उनके घर के बाहर तैनात कर दिया, ताकि वे अपने घर पानी का टैंकर न डलवा सकें. करौली कलेक्टर के इसी दुर्व्यवहार को लेकर मंगलवार को हेड ऑफिस जल भवन में पीएचईडी के इंजीनियरों ने हंगामा कर दिया और इस मामले को लेकर अपना विरोध जताया.
जल भवन के इंजीनियर्स ने जल भवन के दोनों गेट को बंद कर दिया. सभी इंजीनियरों ने जल भवन के गेट के बाहर धरना शुरू कर दिया और करौली कलेक्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. पीएचईडी इंजीनियरों की हड़ताल से जल भवन का पूरा कामकाज ठप हो गया. जयपुर शहर और आस-पास के पीएचईडी के इंजीनियर इस हड़ताल में शामिल हो गए. पीएचईडी के इंजीनियर्स ने करौली कलेक्टर के इस व्यवहार को मानवाधिकार का उल्लंघन मानते हुए उनको हटाने की मांग भी की है.
इंजीनियरों ने सरकार को 2 दिन का अल्टीमेटम भी दिया है और चेतावनी दी है कि यदि 2 दिन में उनकी मांग नहीं मानी गई तो फील्ड में तैनात इंजीनियर भी उनकी हड़ताल में शामिल हो जाएंगे और हो सकता है इसका असर पेयजल सप्लाई पर भी देखने को मिले. पीएचईडी के अन्य कर्मचारी संगठनों ने भी पीएचईडी इंजीनियरों की इस हड़ताल को अपना समर्थन दिया है.
पढ़ें: पीएचईडी कर्मचारियों का फूटा गुस्सा, CM हाउस घेरने जाते समय पुलिस ने रोका तो हुआ टकराव
ग्रैजुएट इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (जीईएआर) के प्रदेश अध्यक्ष आनंद प्रकाश मीणा ने बताया कि करौली में दूषित पानी को लेकर हुई शिकायत के बाद पीएचईडी के अधिकारी और कर्मचारी लगातार काम कर रहे हैं. इसके बावजूद भी करौली कलेक्टर ने एसडीएम को निर्देश दिए कि अधीक्षण अभियंता के घर का पेयजल कनेक्शन काट दिया जाए. वहां मौके पर पीएचईडी की पेयजल सप्लाई नहीं है.
इस पर अधिकारियों ने अधीक्षण अभियंता के ट्यूबवेल की मोटर को जब्त कर लिया और उनका पानी बंद कर दिया. पड़ोसियों को भी पाबंद किया कि वे किसी भी तरह से अधीक्षण अभियंता को पानी उपलब्ध ना कराएं. आनंद प्रकाश मीणा ने कहा कि हमारी मांग है कि करौली कलेक्टर को हटाया जाए और अधीक्षण अभियंता के घर फिर से पेयजल व्यवस्था सुचारू की जाए. मीणा ने चेतावनी देते हुए कहा कि 2 दिन में यदि उनकी मांग नहीं मानी जाती है तो फिर अधिकारियों और कर्मचारियों को भी इसमें शामिल किया जाएगा. संभवत पेयजल बंद करने का भी निर्णय लिया जा सकता है.
हड़ताल के बाद पीएचईडी के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल के प्रतिनिधि के रूप में जल जीवन मिशन के डायरेक्टर आईएएस अधिकारी अविचल चतुर्वेदी भी मौके पर पहुंचे और पीएचईडी के इंजीनियर से उनका पक्ष भी सुना. पीएचईडी के इंजीनियर्स ने करौली में हुए घटनाक्रम से उनको अवगत कराया साथ ही कलेक्टर अंकित कुमार को हटाने की मांग की. अविचल चतुर्वेदी ने इंजीनियर्स को आश्वासन दिया कि उनकी बात सरकार तक पहुंचा देंगे.