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जल जीवन मिशन में जल कनेक्शनों की संख्या पहुंची 8 हजार के पार, खर्च हुए 5 हजार 315 करोड़ रुपए

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Published : Jan 10, 2023, 8:06 PM IST

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के (Jal Jeevan Mission in Jaipur) अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने मंगलवार को जल जीवन मिशन के तहत हुए जल कनेक्शनों की जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस मिशन के तहत प्रतिदिन होने वाले कनेक्शनों की संख्या 8153 पहुंच गई है.

Jal Jeevan Mission
Jal Jeevan Mission

जयपुर. जल जीवन मिशन में प्रतिदिन होने वाले जल (Jal Jeevan Mission in Jaipur) कनेक्शनों की संख्या 8153 तक पहुंच गई. जनवरी के पहले सप्ताह में औसत कनेक्शन 5207 प्रतिदिन की रफ्तार से हुए. इससे पहले दिसंबर माह के आखिरी सप्ताह में भी जल कनेक्शनों की संख्या औसत लगभग 5 हजार प्रतिदिन रही. जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने मंगलवार को यह जानकारी दी. इस दौरान अग्रवाल ने जल जीवन मिशन और विभाग की विभिन्न पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा बैठक भी की.

उन्होंने बताया कि 8 जनवरी को जल जीवन मिशन के तहत हुए जल कनेक्शनों की संख्या 8153 पहुंच गई थी. डॉ. अग्रवाल ने इसे विभाग की उपलब्धि बताया और इसे लगातार (water connections in Jaipur ) बढ़ाकर तय लक्ष्य हासिल करने के निर्देश फील्ड अभियंताओं को दिए. डॉ. अग्रवाल ने कहा कि दिसम्बर एवं जनवरी माह में बना यह मोमेन्टम बरकरार रखते हुए अधिक से अधिक ग्रामीण घरों को जल कनेक्शनों से जोड़ना होगा. अग्रवाल ने बताया कि करौली जिले ने जनवरी में सर्वाधिक 1,195 प्रतिदिन जल कनेक्शन किए हैं, जबकि जयपुर में 694 कनेक्शन प्रतिदिन हो रहे हैं. इस वित्तीय वर्ष में अभी तक जेजेएम में 5 हजार 315 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं. सिर्फ जनवरी माह के 9 दिनों में 325 करोड़ रुपए व्यय किए जा चुके हैं. इससे पहले दिसम्बर, 2022 में 768.38 करोड़ रूपए व्यय हुए थे.

बदलेंगी 2633 किमी लंबी पुरानी पाइप लाइनें: अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल ने कहा कि राज्य की जल प्रदाय योजनाओं में चिन्हित की गई कुल 2633 किलोमीटर तक की पुरानी और क्षतिग्रस्त पाइपलाइन में से 1049 किलोमीटर पाइपलाइन बदलने की स्वीकृति दे दी गई है. शेष पाइपलाइन बदलने के लिए प्रस्ताव शीघ्र भिजवाने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने अवैध जल संबंधों एवं बूस्टर्स के खिलाफ भी प्रभावी रूप से कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए.

इसे भी पढे़ं - जल जीवन मिशन में प्रतिदिन 4 हजार से अधिक घरों में पहुंच रहा नल से जल- महेश जोशी

11 हजार से अधिक अवैध कनेक्शन हटाए: बैठक में अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में 1 अप्रेल 2022 से 3 जनवरी 2023 तक 11 हजार से अधिक अवैध जल संबंध हटाए गए तथा 1400 से अधिक जल संबंधों को नियमित किया गया. इनमें अजमेर में 2073, नागौर में 1874, (Jal Jeevan Mission in Jaipur) जयपुर में 1839 एवं अलवर में 1124 अवैध कनेक्शन हटाए गए. इस अवधि में करीब 565 अवैध बूस्टर्स भी जब्त किए गए.

नहरबंदी के दौरान पर्याप्त पेयजल स्टोरेज रखें: डॉ. अग्रवाल ने मार्च, 2023 से प्रस्तावित नहरबंदी के दौरान प्रभावित होने वाले 10 जिलों में पर्याप्त पेयजल आपूर्ति के लिए तैयारियां अभी से ही करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि पेयजल के स्टोरेज के लिए जलाशयों एवं डिग्गियों में अतिरिक्त पानी रखने और ट्यूबवैल-हैण्डपंप के लिए अभी से प्रस्ताव भेजने को कहा. आपको बता दें कि नहरबंदी के दौरान बीकानेर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चुरू, नागौर, जोधपुर, जैसलमेर अधिक प्रभावित रहेंगे जबकि सीकर एवं झुंझुनूं आंशिक प्रभावित रहेंगे. इन दस जिलों के 49 शहरों एवं करीब 7500 गांवों में पेयजल व्यवस्था का प्रबंधन किया जाना है.

क्वालिटी कंट्रोल टीमें करें व्यापक दौरे: अतिरिक्त मुख्य सचिव अग्रवाल ने क्वालिटी कंट्रोल टीमों की ओर से किए गए निरीक्षणों और पाइप सैम्पलिंग के बारे में जानकारी ली. डॉ. अग्रवाल ने गुणवत्ता नियंत्रण दलों के दौरे बढ़ाने व कम गुणवत्ता की सामग्री काम में लेने पर संबधित के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने उच्च जलाशयों की सफाई हर छह माह में तय समय पर करने को कहा और इसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए.

96 प्रतिशत पंप चालकों को हुआ भुगतान: अधिकारियों ने बताया कि जनता जल योजना में कार्यरत 7149 अंशकालीन पंप चालकों में से 6881 पंच चालकों की बैंक डिटेल एवं अन्य व्यक्तिगत विवरण संबंधित खंड विकास अधिकारी के उपलब्ध कराए जाने के बाद बकाया मानदेय भुगतान कर दिया गया है. शेष पंप चालकों का व्यक्तिगत विवरण बीडीओ से प्राप्त होने के बाद उन्हें भी बकाया भुगतान शीघ्र किया जाएगा. एसीएस ने इस संबंध में पंचायती राज विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए.

इनकी भी की समीक्षा: अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल ने ट्यूबवैल के लंबित विद्युत कनेक्शन संबंधी मुद्दों पर डिस्कॉम्स के प्रबंध निदेशकों से समन्वय स्थापित करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने अंतर्विभागीय प्रकरणों, विधानसभा में उठाए गए प्रश्नों के जवाब, वीआईपी पत्रों, राजस्थान संपर्क पोर्टल की शिकायतों, अधिकारियों के दौरे, हैण्डपंप-ट्यूबवैल स्थापना, विभागीय जांच के लंबित प्रकरणों आदि की भी समीक्षा की. समीक्षा बैठक में एमडी जल जीवन मिशन श्री अविचल चतुर्वेदी ने जल जीवन मिशन की गति बढ़ाने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश फील्ड अभियंताओं को दिए.

जयपुर. जल जीवन मिशन में प्रतिदिन होने वाले जल (Jal Jeevan Mission in Jaipur) कनेक्शनों की संख्या 8153 तक पहुंच गई. जनवरी के पहले सप्ताह में औसत कनेक्शन 5207 प्रतिदिन की रफ्तार से हुए. इससे पहले दिसंबर माह के आखिरी सप्ताह में भी जल कनेक्शनों की संख्या औसत लगभग 5 हजार प्रतिदिन रही. जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने मंगलवार को यह जानकारी दी. इस दौरान अग्रवाल ने जल जीवन मिशन और विभाग की विभिन्न पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा बैठक भी की.

उन्होंने बताया कि 8 जनवरी को जल जीवन मिशन के तहत हुए जल कनेक्शनों की संख्या 8153 पहुंच गई थी. डॉ. अग्रवाल ने इसे विभाग की उपलब्धि बताया और इसे लगातार (water connections in Jaipur ) बढ़ाकर तय लक्ष्य हासिल करने के निर्देश फील्ड अभियंताओं को दिए. डॉ. अग्रवाल ने कहा कि दिसम्बर एवं जनवरी माह में बना यह मोमेन्टम बरकरार रखते हुए अधिक से अधिक ग्रामीण घरों को जल कनेक्शनों से जोड़ना होगा. अग्रवाल ने बताया कि करौली जिले ने जनवरी में सर्वाधिक 1,195 प्रतिदिन जल कनेक्शन किए हैं, जबकि जयपुर में 694 कनेक्शन प्रतिदिन हो रहे हैं. इस वित्तीय वर्ष में अभी तक जेजेएम में 5 हजार 315 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं. सिर्फ जनवरी माह के 9 दिनों में 325 करोड़ रुपए व्यय किए जा चुके हैं. इससे पहले दिसम्बर, 2022 में 768.38 करोड़ रूपए व्यय हुए थे.

बदलेंगी 2633 किमी लंबी पुरानी पाइप लाइनें: अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल ने कहा कि राज्य की जल प्रदाय योजनाओं में चिन्हित की गई कुल 2633 किलोमीटर तक की पुरानी और क्षतिग्रस्त पाइपलाइन में से 1049 किलोमीटर पाइपलाइन बदलने की स्वीकृति दे दी गई है. शेष पाइपलाइन बदलने के लिए प्रस्ताव शीघ्र भिजवाने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने अवैध जल संबंधों एवं बूस्टर्स के खिलाफ भी प्रभावी रूप से कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए.

इसे भी पढे़ं - जल जीवन मिशन में प्रतिदिन 4 हजार से अधिक घरों में पहुंच रहा नल से जल- महेश जोशी

11 हजार से अधिक अवैध कनेक्शन हटाए: बैठक में अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में 1 अप्रेल 2022 से 3 जनवरी 2023 तक 11 हजार से अधिक अवैध जल संबंध हटाए गए तथा 1400 से अधिक जल संबंधों को नियमित किया गया. इनमें अजमेर में 2073, नागौर में 1874, (Jal Jeevan Mission in Jaipur) जयपुर में 1839 एवं अलवर में 1124 अवैध कनेक्शन हटाए गए. इस अवधि में करीब 565 अवैध बूस्टर्स भी जब्त किए गए.

नहरबंदी के दौरान पर्याप्त पेयजल स्टोरेज रखें: डॉ. अग्रवाल ने मार्च, 2023 से प्रस्तावित नहरबंदी के दौरान प्रभावित होने वाले 10 जिलों में पर्याप्त पेयजल आपूर्ति के लिए तैयारियां अभी से ही करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि पेयजल के स्टोरेज के लिए जलाशयों एवं डिग्गियों में अतिरिक्त पानी रखने और ट्यूबवैल-हैण्डपंप के लिए अभी से प्रस्ताव भेजने को कहा. आपको बता दें कि नहरबंदी के दौरान बीकानेर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चुरू, नागौर, जोधपुर, जैसलमेर अधिक प्रभावित रहेंगे जबकि सीकर एवं झुंझुनूं आंशिक प्रभावित रहेंगे. इन दस जिलों के 49 शहरों एवं करीब 7500 गांवों में पेयजल व्यवस्था का प्रबंधन किया जाना है.

क्वालिटी कंट्रोल टीमें करें व्यापक दौरे: अतिरिक्त मुख्य सचिव अग्रवाल ने क्वालिटी कंट्रोल टीमों की ओर से किए गए निरीक्षणों और पाइप सैम्पलिंग के बारे में जानकारी ली. डॉ. अग्रवाल ने गुणवत्ता नियंत्रण दलों के दौरे बढ़ाने व कम गुणवत्ता की सामग्री काम में लेने पर संबधित के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने उच्च जलाशयों की सफाई हर छह माह में तय समय पर करने को कहा और इसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए.

96 प्रतिशत पंप चालकों को हुआ भुगतान: अधिकारियों ने बताया कि जनता जल योजना में कार्यरत 7149 अंशकालीन पंप चालकों में से 6881 पंच चालकों की बैंक डिटेल एवं अन्य व्यक्तिगत विवरण संबंधित खंड विकास अधिकारी के उपलब्ध कराए जाने के बाद बकाया मानदेय भुगतान कर दिया गया है. शेष पंप चालकों का व्यक्तिगत विवरण बीडीओ से प्राप्त होने के बाद उन्हें भी बकाया भुगतान शीघ्र किया जाएगा. एसीएस ने इस संबंध में पंचायती राज विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए.

इनकी भी की समीक्षा: अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल ने ट्यूबवैल के लंबित विद्युत कनेक्शन संबंधी मुद्दों पर डिस्कॉम्स के प्रबंध निदेशकों से समन्वय स्थापित करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने अंतर्विभागीय प्रकरणों, विधानसभा में उठाए गए प्रश्नों के जवाब, वीआईपी पत्रों, राजस्थान संपर्क पोर्टल की शिकायतों, अधिकारियों के दौरे, हैण्डपंप-ट्यूबवैल स्थापना, विभागीय जांच के लंबित प्रकरणों आदि की भी समीक्षा की. समीक्षा बैठक में एमडी जल जीवन मिशन श्री अविचल चतुर्वेदी ने जल जीवन मिशन की गति बढ़ाने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश फील्ड अभियंताओं को दिए.

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