जोधपुर : बरकतुल्लाह खान स्टेडियम में शुक्रवार को लीजेंड क्रिकेट लीग का पहला मैच खेला गया. यह मुकाबला कम स्कोर का होने के बाद भी काफी रोमांचक था. इरफान पठान की कोणार्क सुर्यास ने अपनी पहली जीत दर्ज कर ली. सूर्यास ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट खोकर 104 रन बनाए जिसके जवाब में विपक्षी टीम 102 रन ही बना पाई.
जोधपुर में कोणार्क सूर्यास ओडिशा की रोमांचक जीत
कोणार्क सूर्यास ओडिशा ने लीजेंड्स लीग क्रिकेट के अपने पहले मैच में गत चैम्पियन मणिपाल टाइगर्स को 2 रन से हराकर अपनी पहली जीत हासिल की. यह कम स्कोर वाला मैच अंत तक रोमांचक रहा. रिचार्ड लेवी और अम्बाती रायडू ने कोणार्क सूर्यास ओडिशा के लिए पारी की शुरुआत की. उन्हें जल्दी ही एक झटका लगा जब अम्बाती रायडू (8) को अनुरीत सिंह ने टीम के केवल 14 के स्कोर पर आउट कर दिया. छोटे छोटे रनों के साथ सूर्यास टीम 20 ओवर में 104/9 का कुल स्कोर खड़ा कर सकी.
दो रन से हारे टाइगर्स
104 के लक्ष्य का पीछा करते हुए, रॉबिन उथप्पा और सोलोमन मिरे ने मणिपाल टाइगर्स के लिए पारी की शुरुआत की. शाहबाज नदीम ने इनिंग्स की दूसरी गेंद पर उथप्पा को डक पर आउट करके पहला विकेट लिया. मिरे को फिर मध्य में मनोज तिवारी का साथ मिला. वे 2.5 ओवर में 4/3 पर पहुंच गए. सोलोमन मिरे भी बिना खाता खोले आउट हो गए.
मनोज तिवारी केवल 9 गेंदों पर 2 रन जोड़ सके, इसके बाद उन्हें बेन लॉफलिन ने आउट किया. सौरभ तिवारी प्रभाव खिलाड़ी के रूप में आए लेकिन केवल 17 गेंदों में 5 रन ही बना सके. डैनियल क्रिश्चियन और ओबुस पिएनार ने 7वें विकेट के लिए 49 रन जोड़े. क्रिश्चियन ने 29 गेंदों में 30 रन और पिएनार ने 24 गेंदों में 34 रन बनाए. इरफान पठान का अंतिम ओवर उथल-पुथल भरा रहा उन्होंने टाइगर्स को अंतिम ओवर में लक्ष्य पूरा नहीं करने दिया.
मैच के अलग घटी अलग घटना
रोमांच मैदान के बाहर भी देखने को मिला जब मैच के दौरान स्टेडियम में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नगर निगम दक्षिण के फायर ऑफिसर ने आयोजकों को नोटिस दिया और कहा कि मैच के दौरान फायर एनओसी लेना जरूरी थी, लेकिन आपने नहीं ली. अगर कोई हादसा होता है उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे.
फायर ऑफिसर जलज घसिया ने पुलिस और प्रशासन को भी इसका पत्र भेजा. आनन फानन में आयोजकों ने 50000 की राशि एनओसी के लिए जमा करवाई लेकिन निगम ने एनओसी जारी नहीं की क्योंकि 95000 शुल्क निर्धारित था. बिना एनओसी के पुलिस द्वारा मैच की अनुमति देना भी सवालों के घेरे में है. जिसके चलते कई अधिकारियों को रात को परेशान होना पड़ा, क्योंकि निगम ने वहां एक भी फायर ब्रिगेड नहीं भेजी थी.