जयपुर. विधानसभा में बजट सत्र में मंगलवार को पेपर लीक के मुद्दे ने जमकर तूल पकड़ा. इस बीच जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से बीते दिनों पेपर लीक के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण के आवास में किए गए अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में खर्च हुए 19 लाख 11 हजार 355 रुपए की वसूली का नोटिस जारी किया गया है. यदि 7 दिन में ये राशि जेडीए कोष में जमा नहीं कराई जाती, तो विधिक कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है.
बीते दिन अजमेर रोड रजनी विहार स्थित भूपेंद्र सारण के आवास पर 15 फीट आगे और 8.3 फीट पीछे सेटबैक कवर कर किए गए अवैध निर्माण पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी. ये कार्रवाई तीन दिन 13, 14 और 15 जनवरी को की गई. इस दौरान जेडीए के संसाधन, अधिकारी, कर्मचारी, लेबर, स्थानीय पुलिस जाब्ता, जेडीए का पुलिस जाब्ता इस्तेमाल किया गया था. जिसमें तकरीबन 19 लाख 11 हजार 355 रुपए के खर्चे का आंकलन किया गया है.
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ऐसे में जेडीए अधिनियम 32(7) के तहत इस राशि को वसूलने के लिए नोटिस जारी किया गया है. जेडीए के मुख्य प्रवर्तन अधिकारी रघुवीर सैनी ने बताया कि भूपेंद्र सारण और गोपाल सारण को जारी किए गए नोटिस में जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन शाखा के स्टाफ, जोन पीआरएन (उत्तर) स्टाफ, तकनीकी शाखा का स्टाफ, अभियांत्रिकी शाखा का स्टाफ, कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे पुलिस स्टाफ और संसाधनों पर जो खर्च हुआ उसका नोटिस तैयार कर 7 दिन में जेडीए कोष में जमा करवाकर चालान रसीद पेश करने के निर्देश दिए गए हैं.
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7 दिन में ये राशि जमा नहीं कराने पर विधिक कार्रवाई की चेतावनी दी है. नोटिस में ये भी स्पष्ट किया गया है कि मौके पर भूपेंद्र सारण, गोपाल सारण और उनके परिजनों के नहीं मिलने की स्थिति में नोटिस की एक प्रति भूखंड के सामने की दीवार पर भी चस्पा की गई है. आपको बता दें कि सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण में मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण के मकान के अवैध निर्माण को हटाने का काम तीसरे दिन चला. पहले 2 दिन जेडीए की टीम ने बुलडोजर चलाया. इसके बाद मैनुअल लोकंडा और गैस कटर का इस्तेमाल किया. जिसमें खर्च होने वाली राशि को भी नोटिस में शामिल किया गया है.