जयपुर. अलवर का कुख्यात गैंगस्टर विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन रात के अंधेरे में जयपुर में पुलिस को गच्चा देकर भाग गया. वह सांगानेर थाना इलाके में चीलगाड़ी रेस्टोरेंट के पास कार में अपनी महिला मित्र के साथ बैठा था. गश्त कर रही पुलिस पर उसकी निगाह पड़ी तो वह कार से उतरकर डिवाइडर से कूदते हुए अंधेरे में गायब हो गया. हालांकि, इस दौरान उसकी पिस्टल गिर गई. जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है. कार में बैठी लड़की को पुलिस ने थाने लाकर पूछताछ की. जिसके बाद पुलिस को अहसास हुआ कि भागने वाला शख्स और कोई नहीं, बल्कि गैंगस्टर विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन ही था. बता दें कि पिछले दिनों एनआईए की एक टीम ने अलवर के बहरोड़ स्थित पहाड़ी गांव में विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन के ठिकानों पर दबिश भी दी थी. राजस्थान पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है.
सांगानेर थानाधिकारी महेंद्र सिंह यादव ने बताया कि 22 मई की रात को थाने के एएसआई जयनारायण, हेड कांस्टेबल बाबूलाल, कांस्टेबल जितेंद्र, मुकेश और राजाराम गश्त पर निकले थे. यह टीम एयरपोर्ट के पास पैदल गश्त करते हुए पहुंची तो चीलगाड़ी रेस्टोरेंट के पास हवाई अड्डे की दीवार से सटी एक कार खड़ी थी. शक होने पर टीम कार की तरफ बढ़ी तो पुलिस को देखकर कार की चालक सीट पर बैठा एक युवक भागने लगा. पुलिस ने पीछा किया तो वह डिवाइडर कूदकर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया. इस दौरान उसकी पिस्टल सड़क पर गिर गई. जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है. उसकी मैगजीन में पांच जिंदा कारतूस लोडेड थे.
कार की तलाशी लेने पर उसमें एक युवती बैठी मिली. जिसने पूछताछ में अपना नाम अलवर जिले के माधोराजसिंहपुरा निवासी प्रिय सैनी बताया. उसे हिरासत में लेकर थाने लाकर पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि कार से भागने वाला शख्स अलवर जिले के पहाड़ी गांव का निवासी विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन है. इस पर पुलिस ने उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज कर मौके पर मिली स्विफ्ट डिजायर कार को जब्त कर लिया है. मामले की जांच एएसआई महेंद्र सिंह को सौंपी गई है.
लोडेड पिस्टल में मिले पांच जिंदा कारतूस - पुलिस के अनुसार, भागते समय विक्रम के कब्जे से गिरी पिस्टल की जांच की तो सामने आया कि इसकी मैगजीन में पांच जिंदा कारतूस लोड थे. सभी कारतूस के पेंदे में KF-7.65 गुदा हुआ है. पिस्टल पर कोई मार्का नहीं है. पिस्टल के हत्थे पर दोनों तरफ काला प्लास्टिक कवर स्क्रू से कसा हुआ है और पिस्टल की नाल स्टील जैसी धातु की है. उसका ट्रिगर भी स्टील जैसी धातु का बना है.
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पपला गुर्जर से दोस्ती दुश्मनी में बदली - बताते हैं कि अलवर जिले में पहाड़ी गांव के रहने वाले विक्रम गुर्जर को अपराध की दुनिया में गैंगस्टर पपला गुर्जर लाया था. दोनों के बीच अच्छी दोस्ती थी. बाद में विक्रम गुर्जर ने पपला का साथ छोड़कर चीकू गैंग से हाथ मिला लिया तो दोनों के रिश्तों में खटास आ गई. हालांकि, बाद में उसने चीकू गैंग का भी साथ छोड़ दिया और खुद की 'लादेन' गैंग बना ली. इसके बाद वर्चस्व की लड़ाई को लेकर विक्रम गुर्जर और पपला गुर्जर के बीच होड़ शुरू हुई. जिसका अंजाम दोनों गैंग के बीच गैंगवार के रूप में भी सामने आ चुका है.
इस साल की शुरुआत में हुआ था हमला - इस साल 5 जनवरी को अलवर में अस्पताल में विक्रम गुर्जर पर पुलिस की मौजूदगी में पपला गुर्जर के गुर्गों ने फायरिंग की थी. हालांकि, इस हमले में विक्रम गुर्जर बाल-बाल बच गया था. लेकिन अस्पताल में दो महिलाएं फायरिंग में घायल हो गई थी. इसके अलावा भी कई मौकों पर विक्रम गुर्जर और पपला गुर्जर की गैंग आमने सामने हुई. दोनों के बीच रंजिश में अवैध हथियारों का भी जमकर इस्तेमाल किया गया.
नए साल से पहले जयपुर में दबोचा गया - जयपुर कमिश्नरेट की सीएसटी ने बीते साल 30 दिसंबर को विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन को अवैध हथियार और एक साथी के साथ जयपुर में गिरफ्तार किया था. उस समय उनके पास एक अवैध पिस्टल, एक देशी कट्टा, सात कारतूस और एक कार जब्त की गई थी. वह जयपुर में नए साल का जश्न मनाने आया था लेकिन पुलिस को भनक लगते ही उसे घेराबंदी कर पकड़ लिया गया. उस समय भी उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया था.
जयपुर से ले गई थी अलवर पुलिस - जयपुर में गिरफ्तारी के बाद विक्रम को जेल भेज दिया गया था. जहां से उसे अलवर पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया था. अलवर जिले के बहरोड़ में एक होटल व्यवसायी को रंगदारी के लिए धमकाने के मामले में अलवर पुलिस उसे ले गई थी. जहां मेडिकल मुआयने के लिए उसे अस्पताल ले जाया गया तो पपला गैंग के शूटर्स ने उस पर गोलियां बरसा दी. हालांकि, वह इस हमले में बाल-बाल बचा था.
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राजस्थान में संगीन अपराध के 30 मुकदमें - विक्रम गुर्जर के खिलाफ केवल राजस्थान में हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, अपहरण, फिरौती, रंगदारी, आर्म्स एक्ट और आबकारी अधिनियम जैसी संगीन धाराओं में करीब 30 मामले दर्ज हैं. उसकी गैंग का नाम लादेन गैंग है. जो राजस्थान में अलवर, भिवाड़ी, बहरोड़, भरतपुर, कोटपूतली, जयपुर ग्रामीण में आपराधिक वारदातें कर रही है. इसके अलावा दिल्ली, गुड़गांव और हरियाणा में भी विक्रम गुर्जर और उसकी गैंग के खिलाफ मामले दर्ज हैं.
बसपा नेता जयराम की हत्या कर कायम की धाक - विक्रम गुर्जर के नाम गुनाहों की फेहरिस्त लंबी है. अपराध की दुनिया में फिलहाल उसकी पपला गुर्जर और चीकू गैंग से दुश्मनी है. लेकिन शुरुआत में बहरोड़ इलाके में अपनी धाक कायम करने के लिए उसने बसपा नेता जयराम पटेल को ठिकाने लगाया. उस समय जयराम पटेल की बहरोड़ इलाके में धाक थी. जयराम की हत्या के बाद विक्रम गुर्जर ने अपराध की दुनिया में अपनी पकड़ बना ली.
ये है अपराधनामा
- विक्रम गुर्जर उर्फ लादेन पर राजस्थान में 30 मामले संगीन धाराओं में दर्ज हैं.
- पुलिस मुख्यालय ने उस पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है.
- गैंगस्टर पपला गुर्जर उसे अपराध की दुनिया में लाया था, लेकिन अब उसी से रंजिश है.
- चीकू गैंग और लादेन गैंग के बीच वर्चस्व की जंग चल रही है.
- विक्रम गुर्जर ने बसपा नेता जयराम पटेल की हत्या कर धाक कायम की थी.
- अलवर अस्पताल में पपला गुर्जर के शूटर्स ने उस पर गोलियां भी बरसाई थी, लेकिन वो बच निकला था.