जयपुर. ड्रग सिंडिकेट, हथियार तस्करी और आतंकी फंडिंग जैसी देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त आतंकियों और गैंगस्टर्स पर एनआईए का एक्शन लगातार जारी है. अब एनआईए ने बुधवार 43 आतंकियों-गैंगस्टर्स की सूची और फोटो जारी किए हैं. इसके साथ ही एनआईए में इनके खिलाफ दर्ज मुकदमे का हवाला देते हुए इन्हें वांछित बताया गया है और इनके बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी वाट्सएप नंबर 7290009373 पर देने को अपील की गई है.
खास तौर पर इनके परिजनों, मित्रों या परिचितों के नाम पर संपत्ति की जानकारी भी मांगी गई है. साथ ही इनके बिजनेस, बिजनेस पार्टनर के बारे में भी जानकारी देने की एनआईए ने अपील की है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इन आतंकियों-गैंगस्टर्स की संपत्ति पर बड़ी कार्रवाई देखने को मिल सकती है. साथ ही इनके द्वारा खरीदी गई बेनामी संपत्ति पर भी एनआईए नजर रख रही है.
एनआईए ने आज जो सूची जारी की है. उसमें लॉरेंस बिश्नोई, जसदीप सिंह, काला जठेड़ी उर्फ संदीप, वीरेंद्र प्रताप उर्फ काला राणा, जोगिंदर सिंह, राजेश कुमार उर्फ राजू मोटा, राजकुमार उर्फ राजू बसोड़ी, अनिल छिप्पी, मोहम्मद शाहाबाद अंसारी, गोल्डी बराड़, सचिन थापन, अनमोल विश्नोई, विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्रम बराड़, धर्मन सिंह उर्फ धर्मजोत काहलोन, अर्षदीप सिंह गिल, सुरेंद्र सिंह उर्फ चीकू, दिलीप कुमार उर्फ भोला, प्रवीण वाधवा उर्फ प्रिंस, युद्धवीर सिंह और विकास सिंह के नाम शामिल हैं.
इसके साथ ही लखबीर सिंह, गौरव पटयाल उर्फ सौरव ठाकुर, सुखप्रीत सिंह उर्फ बुड्ढा, अमित डागर, कौशल चौधरी, आसिफ खान, नवीन दबास उर्फ नवीन बाली, छोटू राम, जगसीर सिंह, सुनील बालियान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया, भूपिंदर उर्फ भूपी राणा, संदीप, सुखडोल सिंह, गुरपिंदर सिंह, नीरज उर्फ पंडित, दलेर सिंह, दिनेश शर्मा, मनप्रीत सिंह पीटा, हरिओम उर्फ टीटू, हरप्रीत, लखबीर सिंह, इरफान उर्फ चेनू पहलवान और सन्नी डागर के नाम शामिल हैं.
पढ़ें: एनआईए ने राष्ट्रव्यापी छापेमारी के दौरान 3 को किया गिरफ्तार, गैंगस्टर संगठनों से आरोपियों के संबंध
इनमें से लॉरेंस बिश्नोई, सचिन थापन, अनमोल विश्नोई, गोल्डी बराड़, विक्रमजीत बराड़ और काला जठेड़ी जैसे कई नाम हैं. जो राजस्थान पुलिस के लिए भी सिरदर्द बने हुए हैं. खासतौर पर लॉरेंस गैंग से जुड़े बदमाशों के नाम राजस्थान में फायरिंग और रंगदारी जैसे मामलों में ज्यादा सामने आ रहे हैं. इसके साथ ही अपराधियों को सुपारी देकर अपराध करवाने और उन्हें हथियार या अन्य मदद मुहैया करवाने में भी लॉरेंस गैंग के बदमाशों के नाम सामने आते रहते हैं.