जयपुर. राजस्थान में 9 महीने से सरकार चल रही है लेकिन इन 9 महीनों में लगातार मंत्रियों के काम नहीं करने को लेकर आलाकमान तक शिकायते पहुंचती रही है. जिसके चलते अब कांग्रेस ने अपने मंत्रियों पर सख्ती करनी शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और राजस्थान प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के साथ मिलकर गुरुवार को मंत्रियों की पहली क्लास ली थी.
जिसमें मंत्रियों को पहले उनका रिपोर्ट कार्ड दिखाया गया और फिर उन्हें नए दिशा निर्देश भी जारी किए. जहां निर्देश के अनुसार यह तय हुआ है कि राजस्थान कांग्रेस के जयपुर स्थित मुख्यालय पर सप्ताह में 5 दिन अलग-अलग मंत्री जनसुनवाई करेंगे. जिसके लिए मंत्री के जनसुनवाई का दिन भी जल्द ही तय कर दिया जाएगा. इसके अलावा प्रदेश के तमाम मंत्रियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वह महीने में 2 दिन अपने प्रभार वाले जिलों में जाएंगे इन 2 दिनों में वह प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करने के साथ ही जिला कांग्रेस कार्यालय पर जनसुनवाई भी करेंगे.
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इतना ही नहीं जो जनसुनवाई में समस्याएं लोगों की मंत्रियों के माध्यम से विभागों तक पहुंचेगी उनका निस्तारण भी 15 दिन में करना होगा. साथ ही अब मंत्रियों को हफ्ते में 3 दिन राजधानी जयपुर में रहने के निर्देश दिए गए हैं. पहले केवल बुधवार को मंत्रिमंडल की बैठक के लिए मंत्रियों को जयपुर में रहने के निर्देश दिए गए थे. लेकिन अब नए निर्देशों के अनुसार मंत्रियों को सोमवार मंगलवार और बुधवार को जयपुर में रहना होगा. जिससे प्रशासनिक निर्णय लेने में किसी तरह की कोई देरी न हो.
इसके अलावा घर पर जनसुनवाई करने का काम पहले की तरह ही जारी रहेगा. दरअसल, लंबे समय से मंत्रियों की शिकायते कांग्रेस के राजस्थान आलाकमान से लेकर दिल्ली तक भी कार्यकर्ताओं ने पहुंचानी शुरू कर दी थी. इसके चलते पहले मुख्यमंत्री स्थल पर मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया गया और मंत्रियों को यह नई दिशा निर्देश जारी किए गए.
वहीं प्रदेश प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने कहा कि अगर मंत्रियों के कामों में पहले किसी तरीके की कोई कमी रह गई होगी तो उसे अब सुधार लिया जाएगा. जिससे ये कहा जा सकता है कि उन्हें भी लगातार मंत्रियों की शिकायतें मिल रही थी.