जोबनेर (जयपुर). कोरोना का सितम ऐसा है कि बच्चों को मां के बिना रहना पड़ रहा है. पति के इलाज के लिए एक मां को अपने बच्चों को छोड़कर जयपुर के RUHS अस्पताल जाना पड़ा, जिसके बाद जन प्रतिनिधियों ने इंसानियत दिखाते हुए तीनों बच्चों को बाल शिशु गृह भिजवा दिया है.
जोबनेर के कोविड सेन्टर में कोरोना संक्रमित नेपाल का एक व्यक्ति भर्ती हुआ. डाक्टर गोवर्धन सोखिया ने बताया, मरीज का शुगर लेवल बढ़ रहा था. उसकी वजह से उसका स्वास्थ्य बिगड़ रहा था. इस स्थिति में जयपुर RUHS के डाक्टर से बातकर मरीज को जयपुर रेफर किया गया.
वहीं डॉक्टर ने उसकी पत्नी को साथ आने के कहा, लेकिन मरीज के साथ उसकी पत्नी और तीन बच्चे भी थे. जब डॉक्टर ने मरीज की पत्नी के साथ तीन बच्चों को देखा तो अचरज में पड़ गया. वहीं महिला का कहना था, अब जब मेरे पति को जयपुर रेफर कर रहे तो मैं अपने तीनों बच्चों को किसके सहारे छोडूं. यह कहकर महिला कोविड सेन्टर में ही रोने लगी.
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डॉक्टरों ने महिला से समझाइश की, जिसके बाद महिला रोते-बिलखते अपने तीनों बच्चों को कोविड सेन्टर में बेसहारा छोड़कर अपने पति के उपचार के लिए RUHS अस्पताल चली गई. उसके बाद जनप्रतिनिधि व्यापार मंडल अध्यक्ष अमित छाबड़ा पार्षद गौरव जैन ने तीनों बच्चों को बाल शिशु गृह जयपुर भिजवाया.
यह कोरोना जैसी महामारी न जाने कितने लोगों को गहरे जख्म देकर जा रहा है. ऐसी हृदय को झकझोर देने वाली घटनाएं किसी के भी साथ न हो. एक मां की मजबूरी में तीन बच्चे बेसहारा हों, ऐसे दिन न आए. कोविड सेन्टर में भर्ती हर व्यक्ति और मरीज के मुंह से यही निकल रहा था.