जयपुर. राजस्थान एनसीसी के उपमहानिदेशक ने पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार शुक्रवार को सांगानेर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट में उड़ान भरी और एनसीसी कैडेट्स का उत्साह बढ़ाया. उन्होंने कैडेट्स को उड़ान से संबंधित बारीकियां बताई.
सांगानेर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एनसीसी कैडेट्स की माइक्रोलाइट विमान प्रशिक्षण का आयोजन प्रथम राजस्थान एयर स्क्वाड्रन के कमान अधिकारी ग्रुप कैप्टन नीरज अंबा के नेतृत्व में किया गया. एयर कमोडोर सत्येंद्र शर्मा ने प्रथम राजस्थान एयर स्क्वाड्रन एनसीसी के एयरपोर्ट पर स्थित हैंगर का निरीक्षण भी किया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में जयपुर के महाविद्यालयों के सीनियर डिवीजन के कैडेट्स ने भाग लिया. इस दौरान उड़ान को लेकर कैडेट्स में उत्सुकता देखने को मिली.
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एनसीसी के पूर्व चीफ ऑफिसर एवं मीडिया प्रभारी नंदकिशोर शर्मा ने बताया कि राजस्थान एनसीसी के उपमहानिदेशक एयर कमोडोर सत्येंद्र शर्मा ने खुद माइक्रोलाइट विमान में उड़ान भरी और एनसीसी कैडेट्स को उड़ान से संबंधित मूलभूत जानकारी दी. शर्मा ने बताया कि माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट टू सीटर वाला प्रशिक्षण विमान है जिसका नाम 'गरुड़' दिया गया है. माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट की फ्लाइंग एनसीसी एयर विंग के कैडेट्स को वायुसेना में जाने के लिए प्रेरित करती है. शर्मा ने बताया कि एयरपोर्ट पर एनसीसी कैडेट्स समय-समय पर आकर माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट में उड़ान भरकर प्रशिक्षण लेते है.
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नंदकिशोर शर्मा ने बताया कि राजस्थान के उपमहानिदेशक को 5000 घंटे का वायुयान उड़ाने का अनुभव है. वे भारतीय वायुसेना की लड़ाकू विमान शाखा के फ्लाइंग पायलट हैं, जिन्होंने वायु सेवा के विभिन्न वायुयान उड़ाए हैं. स्वयं भी वायु सेवा के विमानन प्रशिक्षक भी रहे हैं. आपको बता दें कि एयर कमोडोर सत्येंद्र शर्मा ने 1 सितंबर को राजस्थान एनसीसी के उप महानिदेशक का कार्यभार संभाला था.