जयपुर. चर्चित नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाले के मामले में मंगलवार को एसओजी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक संचालक मंडल का सदस्य है, जबकि दूसरी आरोपी महिला आशापुरा एग्रो इंडस्ट्री की पार्टनर और शेयर होल्डर है. इनमें से एक आरोपी को सोमवार को और महिला आरोपी को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया है. दोनों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है, उनसे पूछताछ जारी है.
एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाले में एसओजी थाने में साल 2019 में आईपीसी की धारा 420, 406, 409, 477ए और 120बी में मामला दर्ज किया गया था. इसी मामले यह कार्रवाई की गई है. एसओजी के कोटा एएसपी के नेतृत्व में टीम ने सोमवार को खुमान सिंह को और मंगलवार को रेशम कंवर को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. बता दें कि नवजीवन क्रेडिट कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी के 1,93,821 निवेशकों के 400 करोड़ रुपए का फंड डाईवर्जन संचालकों की ओर से अपने लाभ के उद्देश्य से अपने परिचितों, रिश्तेदारों और उनकी कंपनियों में किया है.
एसओजी की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि बाड़मेर जिले के जैसिंधर हाल बाड़मेर निवासी खुमान सिंह राजपूत संचालक मंडल में शामिल था. उसने इंट्रेस्ट फ्री स्टाफ एडवांस के नाम पर 2,25,635 रुपए लिए और खुद कई कंपनियों में डायरेक्टर और प्रमोटर होते हुए भी नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी से 602.67 लाख रुपए का फंड डायवर्जन सदोष लाभ के लिए किया. एसओजी के अनुसार, बाड़मेर जिले के मारूड़ी निवासी रेशम कंवर आशापुरा एग्रो इंडस्ट्रीज में पार्टनर और शेयर होल्डर थी. उसके खुद के फायदे के लिए नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी से बिना पात्रता रखते हुए भी 39 लाख रुपए का लोन लिया और वापस जमा नहीं करवाया. उसने मुख्य अभियुक्त गिरधर सिंह के साथ मिलकर 391 लाख रुपए का फंड डायवर्जन किया है.