जयपुर. लंबे समय से इंतजार के बावजूद अब तक कांग्रेस पार्टी राजस्थान में जिला अध्यक्ष नहीं बना सकी है. चुनाव में महज 8 महीने का समय बचा है और बिना जिला अध्यक्षों के ही पार्टी काम कर रही है. लेकिन अब क्योंकि चुनाव सामने आ गए हैं, ऐसे में पार्टी की पैरवी मीडिया में करने के लिए कांग्रेस पार्टी बिना संगठन के अपनी बात नहीं रख पा रही थी. यही कारण है कि राजस्थान कांग्रेस ने 8 नए प्रवक्ता घोषित किए हैं.
कांग्रेस पार्टी ने जो 8 नए प्रवक्ता बनाए हैं उनमें सचिन पायलट कैंप के विधायक इंद्राज गुर्जर समेत विधायक अमित चाचान और प्रशांत बैरवा को प्रवक्ता बनाया गया है. इसके साथ ही खानू खान बुधवाली, महेंद्र गहलोत, पंकज मेहता, अजय कच्छावा और आरआर तिवारी को भी प्रवक्ता बनाया गया है. खास बात यह है कि आरआर तिवारी जयपुर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष बनने की रेस में सबसे आगे थे, लेकिन अब क्योंकि वह राजस्थान कांग्रेस के प्रवक्ता बन गए हैं. ऐसे में अब जयपुर जिला कांग्रेस का अध्यक्ष किसी अन्य नेता को ही बनाया जाएगा.
8 प्रवक्ताओं के साथ ही कांग्रेस पार्टी ने 7 मीडिया पैनलिस्ट भी बनाए हैं, जिनमें राजेंद्र आर्य, प्रतिष्ठा यादव, प्रदीप चतुर्वेदी, अनिल टाटिया, प्रतीक सिंह, किशोर शर्मा, भरत मेघवाल शामिल हैं. वहीं, पंकज शर्मा, सुखदेव सिंह और नितिन सारस्वत को मीडिया कोऑर्डिनेटर बनाया गया है.
तो क्या प्रवक्ताओं पर नहीं होता एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत लागू ? : उदयपुर डिक्लेरेशन के अनुसार कांग्रेस पार्टी ने तक किया है कि कांग्रेस के नेता एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत के अनुसार ही पदों पर रहेंगे. यही कारण है कि राजस्थान में भी इसी नियम के चलते 7 जिला अध्यक्षों और प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के कई पदाधिकारियों को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. लेकिन रविवार को जो प्रवक्ताओं की लिस्ट घोषित की गई है, उसे देखकर लगता है कि प्रवक्ताओं को एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत से छूट दी गई है. यही कारण है कि जो प्रवक्ता बनाए गए हैं उनमें से विधायक प्रशांत बैरवा, जो प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी में महासचिव हैं, प्रतिष्ठा यादव प्रदेश कांग्रेस में सचिव हैं तो वहीं खानु खान बुधवाली और महेंद्र गहलोत राजनीतिक नियुक्ति पाए हुए नेता हैं. ऐसे में लगता है कि प्रवक्ता के मामले में एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत से छूट दी गई है.