जयपुर. राजस्थान में पेपर लीक मामले को लेकर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का धरना 6 दिनों से जारी है. इस दौरान दो बार वार्ता करने की कोशिश की गई लेकिन दोनों ही विफल रही. सोमवार को भी धरना स्थल पर पहुंचकर पूर्व शिक्षा मंत्री और बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी और सांसद रामचरण बोहरा ने उनसे मुलाकात की. ईटीवी भारत से बातचीत में किरोड़ी लाल मीणा ने एक बार फिर राजस्थान सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए.
उन्होंने कहा कि जब तक सरकार सीबीआई जांच पर फैसला नहीं करेगी, उनका धरना जारी रहेगा. वे पार्टी निर्णय के बाद ही बेरोजगारों को बड़ी संख्या में साथ लेकर राजधानी की ओर बढ़े थे, लेकिन उन्हें इजाजत नहीं मिली और धरने पर बैठना पड़ा. सांसद मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि सीएम ने अधिकारियों को क्लीन चिट दी है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में भी इस बात की सुगबुगाहट है कि पर्चा लीक मामले से आने वाले चुनाव में पार्टी को नुकसान हो सकता है. इसलिए वो भी जांच की मांग कर रहे हैं. सांसद किरोड़ी लाल ने राज्य की एजेंसी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसे मामले में एसओजी जांच नहीं कर सकती है. हालांकि पीसीसी पर आयोजित प्रेस वार्ता में प्रदेश प्रभारी रंधावा ने क्लीन चिट की बात से इंकार कर दिया था.
कांग्रेस नेताओं से मिला भरोसा : सांसद किरोड़ी लाल मीणा से धरने पर मिलने वाले नेताओं में बीजेपी के अलावा कांग्रेस की नुमाइंदगी करने वाले भी शामिल रहे. बीते दिनों गृह राज्य मंत्री राजेन्द्र यादव से हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए मीणा ने कहा कि उन्हें भरोसा दिलाया गया था कि कोई कितना ही बड़ा क्यों न हो, कार्रवाई की जानी चाहिए.
वहीं कांग्रेस विधायक हरीश मीणा से मुलाकात पर भी बात करते हुए किरोड़ी लाल ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि वादे के मुताबिक देवली-उनियारा एमएलए सदन में पेपर लीक मामले को उठाएंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष तय करेंगे कि उनकी रणनीति के हिसाब से धरना कितना लंबा चलेगा. साथ ही यह दावा भी किया कि पूरी पार्टी इस मामले में एक है. उन्होंने कहा कि इस बार हम रणनीति के साथ उतरे हैं कि लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंचे. हम बड़ा आंदोलन करेंगे और सरकार को झुकना पड़ेगा.
सदन में मुद्दा उठाकर मिलने पहुंचे देवनानी : अजमेर उत्तर विधायक और पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने भी सोमवार को किरोड़ी लाल मीणा से धरना स्थल पर जाकर मुलाकात की. उन्होंने कहा कि छह दिन से सांसद मीणा यहां बैठे हैं और मैं व्यक्तिगत रूप से उनसे मिलने आया हूं. देवनानी ने कहा कि पार्टी के सभी नेता भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया के साथ मिलकर आगे की रणनीति बनाएंगे. पूर्व मंत्री देवनानी ने कहा कि वे जनता की अदालत में यह विषय लेकर जाएंगे.
उन्होंने बीते दिनों कांग्रेस में हुई बयानबाजी पर व्यंग करते हुए कहा कि जनता कोरोना और जादूगर के बीच पिस रही है. सरकार लापरवाह है, उदासीन है और टाइम पास कर रही है. ऐसे में लगता है कि मुख्यमंत्री कुर्सी बचा रहे हैं. उनके पास इस समस्या के समाधान की फुर्सत नहीं है. देवनानी ने युवाओं के बेरोजगारी के मामले पर भी सरकार को लेकर सवाल किए और कहा कि सीएचए और कंप्यूटर अनुदेशकों ने आज उनसे मुलाकात की थी. सरकार ने इनसे भी वादा किया था पर भला किसी का नहीं हुआ.