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एटीएम से ठगी की रकम निकालकर गिरोह तक पहुंचाते, बदले में लेते मोटा कमीशन, दो बदमाश गिरफ्तार

मेवात में सक्रिय साइबर ठगी गिरोह के लिए एटीएम से रुपए निकलवाने वाले दो बदमाशों को पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम की सूचना पर अलवर से गिरफ्तार किया गया है. ये कमीशन लेकर एटीएम से रुपए निकलवाकर साइबर ठगी करने वाले गिरोह तक पहुंचाते थे.

Money from ATM fraud handed over at commission, 2 miscreants arrested
एटीएम से ठगी की रकम निकालकर गिरोह तक पहुंचाते, बदले में लेते मोटा कमीशन, दो बदमाश गिरफ्तार
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Published : Aug 16, 2023, 6:55 PM IST

जयपुर. मेवात में सक्रिय साइबर ठगी गिरोह पर शिकंजा कसते हुए पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच ने अलवर से दो बदमाशों को गिरफ्तार करवाया है. ये बदमाश साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोहों के लिए एटीएम से रुपए निकलवाकर उन तक पहुंचाते थे. बदले में मोटा कमीशन लेते थे. इनके कब्जे से 102 एटीएम कार्ड सहित बड़ी संख्या में बैंक पासबुक और अन्य दस्तावेज मिले हैं. सीआईडी क्राइम ब्रांच की सूचना पर अलवर के अरावली विहार थाना इलाके में यह कार्रवाई की गई है.

इसका पुलिस ने आज खुलासा किया है. एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन के अनुसार, सीआईडी क्राइम ब्रांच की सूचना पर अलवर के अरावली विहार थाना इलाके से अलवर के रामबास निवासी रणजीत यादव (30) और भरतपुर के अखेगढ़ हाल कटीघाटी (अलवर) निवासी महेंद्र यादव को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से पुलिस ने अलग-अलग बैंकों के 102 एटीएम कार्ड, चेक बुक, पासबुक, 1.75 लाख रुपए नकद और दो मोबाइल जब्त किए हैं.

पढ़ें: Special : साइबर ठगी का नया हथकंडा, खरीदे और बेचे जा रहे बैंक खाते, रहें सावधान

प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि ये बदमाश हर दिन पांच लाख रुपए एटीएम से निकलवाते थे. बदले में मोटा कमीशन लेते थे. सूचना पुख्ता होने पर मंगलवार को अरावली विहार थाना अधिकारी मनीषा गुर्जर आरपीएस को सूचना दी गई. इस पर अरावली विहार थाना पुलिस ने देवयानी हॉस्पिटल के पास स्थित एसबीआई के एटीएम के पास खड़े रणजीत यादव और महेंद्र यादव को घेरकर हिरासत में लिया.

पढ़ें: फर्जी खाते खुलवाकर साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो बैंककर्मी सहित 8 गिरफ्तार

साइबर ठगों ने दिए थे एटीएम: पुलिस ने जब रणजीत की तलाशी ली, तो 55 एटीएम कार्ड, एक बैंक की चेक बुक व पासबुक और 1.5 लाख रुपए नगद मिले. इसी तरह महेंद्र की तलाशी में 47 एटीएम कार्ड, 70 हजार रुपए नगद और एक मोबाइल मिला. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि उन्हें एटीएम कार्ड कामां (रसूलपुर) निवासी मोहम्मद जुबैर और गोविंदगढ़ (खेड़ा महमूद) निवासी मोहम्मद तालिब ने दिए थे.

पढ़ें: Cyber Fraud In Alwar : पुलिस के हत्थे चढ़े शातिर, 3 साल में कर चुके हैं 11 करोड़ की ठगी

इन साइबर ठगों से भी संपर्क: पूछताछ में पता चला है कि साइबर ठग अरबाज निवासी बल्लाका (नगर), आरिफ निवासी बरलाकी (नगर), शहजाद, सद्दाम व वहीद निवासी गोलकी (सीकरी) और फरीद उर्फ फरु निवासी नयामतपुर (नगर) उन्हें कॉल कर टास्क देते थे. उनका कॉल आने पर वे अलग-अलग एटीएम बूथ से निकलवा कर कमीशन काटने के बाद उन्हें देते हैं.

इनकी रही विशेष भूमिका: एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अलवर की अरावली विहार थाना पुलिस गहनता से पूछताछ कर रही है. उनसे पूछताछ में साइबर ठगों के बारे में कई अहम जानकारी मिलने की संभावना है. इस कार्रवाई में हेड कांस्टेबल कमल सिंह व शंकर दयाल शर्मा की विशेष भूमिका रही. टीम में कांस्टेबल देवेंद्र व कांस्टेबल चालक विश्राम भी शामिल थे.

जयपुर. मेवात में सक्रिय साइबर ठगी गिरोह पर शिकंजा कसते हुए पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच ने अलवर से दो बदमाशों को गिरफ्तार करवाया है. ये बदमाश साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोहों के लिए एटीएम से रुपए निकलवाकर उन तक पहुंचाते थे. बदले में मोटा कमीशन लेते थे. इनके कब्जे से 102 एटीएम कार्ड सहित बड़ी संख्या में बैंक पासबुक और अन्य दस्तावेज मिले हैं. सीआईडी क्राइम ब्रांच की सूचना पर अलवर के अरावली विहार थाना इलाके में यह कार्रवाई की गई है.

इसका पुलिस ने आज खुलासा किया है. एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन के अनुसार, सीआईडी क्राइम ब्रांच की सूचना पर अलवर के अरावली विहार थाना इलाके से अलवर के रामबास निवासी रणजीत यादव (30) और भरतपुर के अखेगढ़ हाल कटीघाटी (अलवर) निवासी महेंद्र यादव को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से पुलिस ने अलग-अलग बैंकों के 102 एटीएम कार्ड, चेक बुक, पासबुक, 1.75 लाख रुपए नकद और दो मोबाइल जब्त किए हैं.

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प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि ये बदमाश हर दिन पांच लाख रुपए एटीएम से निकलवाते थे. बदले में मोटा कमीशन लेते थे. सूचना पुख्ता होने पर मंगलवार को अरावली विहार थाना अधिकारी मनीषा गुर्जर आरपीएस को सूचना दी गई. इस पर अरावली विहार थाना पुलिस ने देवयानी हॉस्पिटल के पास स्थित एसबीआई के एटीएम के पास खड़े रणजीत यादव और महेंद्र यादव को घेरकर हिरासत में लिया.

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साइबर ठगों ने दिए थे एटीएम: पुलिस ने जब रणजीत की तलाशी ली, तो 55 एटीएम कार्ड, एक बैंक की चेक बुक व पासबुक और 1.5 लाख रुपए नगद मिले. इसी तरह महेंद्र की तलाशी में 47 एटीएम कार्ड, 70 हजार रुपए नगद और एक मोबाइल मिला. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि उन्हें एटीएम कार्ड कामां (रसूलपुर) निवासी मोहम्मद जुबैर और गोविंदगढ़ (खेड़ा महमूद) निवासी मोहम्मद तालिब ने दिए थे.

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इन साइबर ठगों से भी संपर्क: पूछताछ में पता चला है कि साइबर ठग अरबाज निवासी बल्लाका (नगर), आरिफ निवासी बरलाकी (नगर), शहजाद, सद्दाम व वहीद निवासी गोलकी (सीकरी) और फरीद उर्फ फरु निवासी नयामतपुर (नगर) उन्हें कॉल कर टास्क देते थे. उनका कॉल आने पर वे अलग-अलग एटीएम बूथ से निकलवा कर कमीशन काटने के बाद उन्हें देते हैं.

इनकी रही विशेष भूमिका: एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अलवर की अरावली विहार थाना पुलिस गहनता से पूछताछ कर रही है. उनसे पूछताछ में साइबर ठगों के बारे में कई अहम जानकारी मिलने की संभावना है. इस कार्रवाई में हेड कांस्टेबल कमल सिंह व शंकर दयाल शर्मा की विशेष भूमिका रही. टीम में कांस्टेबल देवेंद्र व कांस्टेबल चालक विश्राम भी शामिल थे.

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