जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव के परिणाम आए हुए 6 दिन हो गए हैं. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां अपने-अपने नेता अभी तक तय नहीं कर पाए हैं. बीजेपी ने मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं किया तो कांग्रेस ने अभी तक नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं किया है. इसी बीच दोनों ही पार्टियों के नेताओं में बयानबाजी शुरू हो गई है. कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर मुख्यमंत्री नहीं बनाने पर हमला बोला तो पलटवार में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी सामने आए. देवनानी ने सीएम गहलोत पर उल्टा हमला बोला और कहा कि जिस पार्टी ने अभी तक नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं किया, वह बीजेपी की बात ना ही करें तो ज्यादा अच्छा है. पार्टी में सब एक हैं.
जल्द होगा फैसला: वासुदेव देवनानी ने कहा कि पर्यवेक्षकों की घोषणा हो चुकी है. वो आपस में चर्चा करेंगे और जल्द ही बैठक करेंगे. मुख्यमंत्री के कई नाम सामने आ रहे हैं इस सवाल पर देवनानी ने कहा कि हमारे यहां पर केंद्रीय संसदीय बोर्ड महत्वपूर्ण है, पर्यवेक्षक अपनी रिपोर्ट उनको सौपेंगे और उसके बाद ही नाम सामने आएगा. किसी तरह का कोई नाम अभी तक सामने नहीं आया है, ये सब मीडिया के कयास हैं. उन्होने कहा कि अभी तक विधायकों के पास बैठक को लेकर कोई भी सूचना नहीं आई है. आपसी खींचतान की खबरों पर देवनानी ने कहा कि हम सब पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं, जो भी पार्टी निर्णय लेगी उसमें सब की सहमति होगी.
कांग्रेस को बोलने का अधिकार नहीं है: अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए वासुदेव देवनानी ने कहा कि अशोक गहलोत अपनी गिरेबान में झांक कर देखें, उनके नेता कैसे तय हुए और कब तय हुए ? उनका मंत्रिमंडल कैसे तय हुआ, यह सब सबके सामने है, इसलिए कांग्रेस को ज्यादा बोलने की जरूरत नहीं. देवनानी ने कहा कि आपसी झगड़े की स्थिति कांग्रेस में रही है, इसलिए उनको हमारी पार्टी की चिंता करने की जरूरत नहीं है. कांग्रेस हमारी बात कर रही है, लेकिन पहले कांग्रेस बताए कि उन्होंने कौन सा अपना नेता प्रतिपक्ष तय कर लिया. उन्हें कोई अधिकार नहीं कि वह हमारे पार्टी के बारे में कोई बात करें.
वसुंधरा राजे हमारी वरिष्ठ नेता हैं: पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री बनाने के सवाल पर वासुदेव देवनानी ने कहा कि हम सब अनुशासित कार्यकर्ता हैं. पार्टी के साथ काम कर रहे हैं, पार्टी एकजुट है, हम साथ-साथ हैं. उन्होने कहा कि वसुंधरा राजे वरिष्ठ नेता हैं, किसी को भी कोई आपत्ति नहीं होगी, लेकिन जो भी पार्लियामेंट्री बोर्ड और वरिष्ठ नेता फैसला करेंगे हम उसको स्वीकार करेंगे.