जयपुर. राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर चल रहे सस्पेंस के बीच विधायकों की बाड़ेबंदी की खबरों ने जयपुर से लेकर दिल्ली तक राजनीति में हलचल मचा दी है. किशनगंज से विधायक ललित मीणा के पिता हेमराज मीणा ने गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे और सांसद दुष्यंत सिंह पर उनके बेटे और विधायक ललित मीणा को जबरन रिसोर्ट में रोकने के आरोप लगाए, साथ ही अंता से विधायक कंवरलाल मीणा पर इस पूरी घटना में शामिल होने का भी आरोप लगाया. हेमराज मीणा की ओर से लगाए गए इन आरोपों पर विधायक कंवरलाल मीणा ईटीवी भारत से खास बातचीत की और सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से हेमराज मीणा ने बयान दिए वह कहीं न कहीं सांसद दुष्यंत सिंह और बीजेपी को बदनाम करने की दिशा में षड्यंत्र की ओर इशारा करता है.
आरोपों को किया खारिज : विधायक कंवर लाल मीणा ने ललित मीणा के पिता हेमराज मीणा के आरोपों को सरासर गलत बताया. मीणा ने कहा कि हम सब झालावाड़-बारां लोकसभा क्षेत्र के विधायक हैं, जो जीतने के बाद विधायक ललित मीणा सहित आरएसएस और भाजपा कार्यालय बारां गए. सुबह 6 बजे अपने अपने घरों से हम सब अपनी अपनी गाड़ियों से जयपुर आए और आपसी सहमती से एक साथ होटल में रुके, बाड़ाबंदी जैसी बात कहना शरारतपूर्ण है. क्या किसी भी विधायक को उसकी मर्जी के बिना जबरन ले जाया जा सकता है? झालावाड-बारां तो दुष्यंत सिंह का खुद का लोकसभा क्षेत्र है, अपने लोकसभा क्षेत्र के विधायकों की कौन बाड़ाबंदी करेगा.
दुष्यंत सिंह पर आरोप लगाना एक षड्यंत्र : कंवर लाल ने कहा कि यह बात 5 दिसंबर की रात 2.30 बजे की है. उन्होंने दावा किया कि उस दिन पहले तो 30-35 लोग हमारे होटल में आए और विधायक ललित मीणा को ले जाने लगे. परिचित नहीं होने की वजह से हमने उनके साथ ललित को नहीं भेजा. बाद में जब उनके पिता हेमराज आए तो उनके साथ हमने ललित को सहर्ष भेज दिया. सांसद दुष्यंत सिंह उस दिन लोकसभा में थे, उनकी लोकसभा में उपस्थिति देखी जा सकती है. वे तब से ही दिल्ली में हैं, मोबाइल पर उनकी लोकेशन भी देखी जा सकती है. इस अवधि में मेरी उनसे कोई बात नहीं हुई. विधायक को रात में ढाई बजे आकर ले जाना और दुष्यंत सिंह पर आरोप लगाना एक षड्यंत्र है.
प्रदेश पर भी लगाए झूठे आरोप : हेमराज मीणा ने आरोप लगाया था कि ललित मीणा को रिसोर्ट में छुड़ाने के लिए उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा और पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्रवण सिंह बागड़ी भी मौजूद थे. इन आरोपों को भी कंवरलाल से खारिज किया. उन्होंने कहा कि हेमराज मीणा सरासर झूठ बोल रहे हैं. उस समय उनके साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष या कोई भी और नेता नहीं था. यह सब पार्टी को बदनाम करने के लिए दिया गया बयान है. ललित मीणा और हम पिछले तीन दिन से साथ में थे तब तो किसी ने कोई आरोप नहीं लगाए. अचानक कल ही क्यों हेमराज मीणा ने आरोप लगाए इस पर भी विचार करने की जरूरत है. हेमराज मीणा ने सांसद दुष्यंत सिंह पर तो झूठे आरोप लगाए साथ ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का भी झूठ नाम ले रहे हैं.
पढ़ें. सीपी जोशी का बड़ा बयान, बोले- राजस्थान में कोई बाड़ेबंदी नहीं, बीजेपी में आंतरिक लोकतंत्र है
वसुंधरा राजे पसंद, बाकी आलाकमान का फैसला : कंवरलाल मीणा ने कहा कि अगर आप मेरी व्यक्तिगत राय पूछते हैं कि राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन हो तो हमारी पहली पसंद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे होंगी. हमने राजनीति की पाठशाला उन्हीं से सीखी है और उनके क्षेत्र में हमने राजनीति की है, लेकिन इसके अलावा भी अगर पार्टी शिर्ष नेतृत्व कोई भी फैसला लेता है तो उसमें हमारी पूरी सहमति होगी. हम पार्टी के कार्यकर्ता हैं, पार्टी की नीति और रिति को अच्छी तरह समझते हैं, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जो भी फैसला लेंगे हमको सहज स्वीकार होगा.
ये हुआ घटना क्रम : बता दें कि नया मुख्यमंत्री कौन होगा इस सवाल के बीच बुधवार को भाजपा में बड़ा ड्रामा सामने आया. ललित मीणा के पिता हेमराज मीणा ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय पर सांसद दुष्यंत सिंह पर आरोप लगाया कि उनके कहने पर सीकर रोड पर एक रिसॉर्ट में भाजपा के 5-6 विधायकों को रोका गया. इनमें किशनगंज विधायक ललित मीणा भी थे, जिन्हें उनकी मर्जी के खिलाफ रोका हुआ था. इसकी जानकारी होने पर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, सांगानेर विधायक भजन लाल शर्मा और प्रदेश उपाध्यक्ष श्रवण सिंह बगड़ी के साथ रिसॉर्ट पहुंचे और वहां से ललित मीणा को लेकर आए थे. हेमराज मीणा ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बेटे और सांसद दुष्यंत सिंह पर आरोप लगाया था कि विधायक कंवर लाल मीणा के जरिए विधायकों को जबरन रिसॉर्ट में रोका जा रहा था.