जयपुर. जालोर में दलित स्कूली बच्चे की मौत (death of Dalit child in Jalore) को लेकर राजनीति छिड़ चुकी है. मामले को अब जातिगत रंग दिया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर बीजेपी विधायक जोगेश्वर गर्ग का बड़ा बयान सामने आया है. जोगेश्वर ने कहा कि जिस कारण से बच्चे की मौत हुई है उस पर जातिगत राजनीति (politics on death of Dalit child in Jalore) किए जाने से ज्यादा जरूरी है कि जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जाए. गर्ग ने कहा कि दलित बच्चे को मटके से पानी पीने के कारण पीटा गया या जातिगत कारणों से उसकी पिटाई हुई इस पर फिलहाल संदेह बना है.
घटना को जातिगत रूप से नहीं देखना चाहिए
दरअसल जालोर में स्कूल टीचर की पिटाई से 9 साल के छात्र इंद्र मेघवाल की मौत हो गई थी. बच्चे की मौत के बाद मामले को जातिगत रूप दिए जाने पर बीजेपी के जालौर SC सीट से दलित विधायक जोगेश्वर गर्ग ने सवाल उठाया है. गर्ग ने कहा कि क्या मारपीट इसलिए हुई कि उस बच्चे ने मटके से पानी पी लिया था या इसलिए हुई कि वह मेघवाल था. पहले ये कारण साफ होने देना चाहिए और फिर उसके बाद ही कोई राय देनी चाहिए.
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जानकारी के अनुसार जिस प्राइवेट स्कूल में घटना हुई उसके दो पार्टनर हैं . एक राजपूत और एक मोची है. वहां के स्टाफ में आधे से ज्यादा टीचर SC-ST वर्ग के हैं. इसके अलावा मेघवाल, मोची और भील समाज के भी शिक्षक हैं. वहां के 50 फीसदी से ज्यादा बच्चे SC-ST के ही हैं. ऐसे में ये कहना कि बच्चे को मटके से पानी पीने पर पीटा गया, यह अपने आप में संदेह की बात है. इसलिए जांच का इंतजार करना चाहिए. उसके बाद ही कोई निर्णय करना चाहिए. उससे पहले वैमनस्य फैलाना और सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ना ठीक नहीं है.
जोगेश्वर की अपील
जोगेश्वर गर्ग ने सबसे अपील की है कि थोड़ा सा धैर्य रखें. जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी तस्वीर सामने आएगी, उस हिसाब से कार्रवाई की जाएगी. जोगेश्वर ने सरकार, पुलिस-प्रशासन से अपील की कि तुरंत इसकी जांच करें ताकि प्रदेश की जनता को जल्द हकीकत का पता चल सके और फिर नियमानुसार कार्रवाई हो. गर्ग ने कहा कि वह दलित बच्चे की मौत पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और परिजनों के प्रति भी संवेदना व्यक्त करता हूं.
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प्रदेश में कानून का इकबाल खत्म हो गया है
जालोर की घटना पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि जो घटना हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण है. एक बच्चे की शिक्षक की पिटाई से मौत हो गई यह जांच का विषय है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इसकी जांच होनी चाहिए. अगर कोई सामाजिक पहलू है तो जो भी जिम्मेदार लोग हैं उनके खिलाफ कार्रवाई हो ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं नहीं हों. लेकिन यह सरकार की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठता है. जब सरकार में कानून का इकबाल खत्म होता है तो अपराध की घटनाएं बढ़ती हैं. राजस्थान में दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब से अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने हैं दलित समाज में उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं.
रामलाल जाट ने जालोर मामले में जताया दुख, बीजेपी पर बरसे
भीलवाड़ा में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई प्रबुद्ध जनों की बैठक में राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने जालोर में दलित बच्चे की मौत के मामले में दुख जताया. कहा कि घटना का पता लगते ही हमारे जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए आरोपी अध्यापक को गिरफ्तार कर लिया है. जालोर प्रकरण में भाजपा के बयान पर राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी कहती क्या है और करती क्या है. बीजेपी अलग तरह के विचारों की पार्टी है. बीजेपी का ऐजेंडा देश में झगड़ा करवाओ, भाई को भाई से लड़ाओ, धर्म से धर्म को लड़ाओ, जाति से जाति से लड़ाओ वाला है. बीजेपी का कभी यह एजेंडा नहीं रहा कि स्मार्ट शहर हो ,अच्छा डेवलपमेंट हो, पीने के पानी की अच्छी व्यवस्था हो, बेरोजगार युवकों को रोजगार मिले. उसका एजेंडा झगड़ा कराकर वोट लेना है.