जयपुर. हेरिटेज नगर निगम की महापौर को निलंबित करने के राज्य सरकार के फरमान पर कोर्ट में सुनवाई जारी है. वहीं, बीते दिनों डीएलबी की ओर से एडिशनल कमिश्नर से बदसलूकी के मामले में महापौर, उप महापौर सहित 10 पार्षदों को धारा 39 के नोटिस दिए गए थे, जिस पर उप महापौर असलम फारुकी ने सवाल उठाते हुए अपनी ही पार्टी के लोगों पर बीजेपी के साथ मिलकर साजिश करने का आरोप लगाया है. सिविल लाइंस के एक कांग्रेस पार्षद ने कहा है कि यदि उप महापौर ने कानूनन कुछ गलत किया है, तो वो भी हटाए जाएंगे.
हेरिटेज नगर निगम में मुनेश गुर्जर के निलंबन के बाद अब उप महापौर की कुर्सी पर भी चेहरा बदलने की चर्चाएं चल रही हैं. इस उथल-पुथल के बीच कांग्रेस के ही नेता एक दूसरे के निशाने पर हैं. दरअसल, स्वायत्त शासन विभाग की ओर से 13 अगस्त को मेयर, डिप्टी मेयर सहित 10 पार्षदों को धारा 39 के तहत नोटिस जारी किया गया था, जिसमें जांच पूरी होने का हवाला देते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया.
डीएलबी की ओर से तीसरा नोटिस जारी : इस पर उप महापौर ने कहा कि मामले में तत्कालीन एडिशनल कमिश्नर राजेंद्र वर्मा ने एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस प्रशासन इसकी जांच कर रहा है. उन्होंने दावा किया कि ये मुकदमा झूठा है, पार्षदों ने न तो राजकार्य में बाधा पहुंचाई और न ही उन्हें बंधक बनाया. बावजूद इसके डीएलबी की ओर से तीसरा नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि ये पूरी बीजेपी की साजिश है, जिसमें कुछ कांग्रेस के लोग भी मिले हुए हैं और बीजेपी को प्रमोट करने की कोशिश कर रहे हैं.
उप महापौर सीट पर भी चेहरा बदलने की बात : डीएलबी की ओर से निलंबित महापौर मुनेश गुर्जर, उप महापौर असलम फारुकी, पार्षद उमरदराज, नीरज अग्रवाल, सुनीता मावर, राबिया गुडएज, अंजली ब्रह्मभट्ट, आयशा सिद्दीकी, फरीद कुरैशी, शफीक कुरैशी को नोटिस दिया गया था. उधर, हेरिटेज नगर निगम के कांग्रेस पार्षद उत्तम शर्मा ने कहा कि जो घटना हेरिटेज निगम में हुई है, वो दुखद है. विकास कार्य भी रुक गए हैं और जहां तक उप महापौर सीट पर भी चेहरा बदलने की बात है, तो कानूनी प्रक्रिया के तहत ही सारे काम होंगे. यदि कानूनन उन्होंने भी कुछ गलत किया है, तो वो भी जाएंगे. यदि पार्टी स्तर पर भी कोई निर्णय लिया जाता है, तो वो पार्टी के साथ हैं.
बता दें कि स्वायत्त शासन विभाग की ओर से की जा रही जांच के अलावा राज्य सरकार की ओर से कार्यवाहक महापौर के नामों पर चल रहे मंथन के बीच चर्चा ये भी है कि यदि अल्पसंख्यक समुदाय से महापौर बनाया जाता है, तो हेरिटेज निगम के दोनों उच्च पदों पर अल्पसंख्यक को लगाकर बहुसंख्यक को नाराज नहीं किया जा सकता. ऐसे में कांग्रेस के नेता उप महापौर के चेहरे पर भी मंथन कर रहे हैं. फिलहाल, सबसे ज्यादा सुर्खियों में सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र से आने वाले पार्षद मनोज मुद्गल और उत्तम शर्मा का नाम है.