जयपुर. प्रदेश की राजधानी जयपुर के श्याम नगर और प्रताप नगर इलाके में पिछले दिनों चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि बाल संप्रेक्षण गृह से भागे बाल अपचारी ही निकले. बाल संप्रेक्षण गृह से भागे 15 बाल अपचारियों में से 9 बाल अपचारियों ने इन वारदातों को अंजाम दिया है. इससे पहले उन्होंने इन वारदातों को अंजाम देने के लिए बाइक चोरी और चैन स्नैचिंग की वारदातों को भी अंजाम दिया. पुलिस ने इन 9 बाल अपचारियों को निरुद्ध करते हुए इनके एक साथी को गिरफ्तार किया है. जांच-पड़ताल में सामने आया है कि इन बाल अपचारियों ने भागने से पहले तीन दिन तक प्लानिंग की थी. इसके बाद भीतर से ही सरिया अरेंज करके दीवार तोड़ी और फरार हो गए.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) कैलाशचंद विश्नोई ने बताया कि 28 जून को बाल संप्रेक्षण गृह के टॉयलेट वेंटिलेशन की दीवार तोड़कर भागे 15 बाल अपचारियों की तलाश के लिए सीएसटी की चार टीमों का गठन किया गया. इन टीमों ने जानकारी जुटाकर श्याम नगर थाना पुलिस के सहयोग से कार्रवाई करते हुए 9 बाल अपचारियों को पकड़ लिया है. इनके एक साथी रवि डाबुडिया को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से श्यामनगर और प्रतापनगर स्थित जैन मंदिरों में नकबजनी के हजारों रुपए, सोने-चांदी की मूर्तियां, अन्य सामान और वारदात में इस्तेमाल की गई चोरी की तीन मोटर साइकिल जब्त की है. निरुद्ध बाल अपचारियों ने शिप्रापथ थाना इलाके में चैन स्नैचिंग की वारदात को अंजान देना भी कबूल कर लिया है.
नकबजनी से पहले चुराई बाइक : अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कैलाशचंद विश्नोई के अनुसार, 28 जून को बाल संप्रेक्षण गृह से फरार होने के बाद 9 बाल अपचारियों ने श्याम नगर, प्रताप नगर जैन मंदिरों में नकबजनी के साथ ही शिप्रापथ थाना इलाके में चैन स्नैचिंग की वारदात को अंजाम दिया. इन वारदातों को अंजाम देने के लिए इन लोगों ने पहले अलग-अलग इलाकों से तीन बाइक भी चुराई. इन बाइकों का इस्तेमाल अपचारियों ने वारदातों को अंजाम देने में किया. तफ्तीश में सामने आया है कि ये ज्यादातर जैन मंदिरों को ही टारगेट करते हैं. वहां बेशकीमती मूर्तियों के साथ ज्यादा नकदी मिलती है और सुरक्षा कम होने से रिस्क भी कम रहता है.
पढ़ें Jaipur Juvenile Home : बाल सुधार गृह से 15 बाल अपराधी फरार, एक की कल हुई थी जमानत, आज होती रिहाई
चोरी का सामान बेचता है रवि और उसका भाई : इस मामले में गिरफ्तार रवि डाबुडिया मूलतः सवाई माधोपुर जिले के खंडार का निवासी है. वह अभी जयपुर में अशोक वाटिका गार्डन के पीछे एसएमएस कॉलोनी, शिप्रापथ रोड पर किराए के मकान में रहता है. रवि और उसका भाई चोरी की वारदातों के साथ ही चोरी का सामान बेचता है. इनसे पूछताछ में इस तरह की अन्य वारदातों का खुलासा होने की भी संभावना है. श्याम नगर थाना पुलिस इस संबंध में पूछताछ और अनुसंधान कर रही है.
सरकारी संपत्ति को नुकसान का मुकदमा : कैलाशचंद विश्नोई ने बताया कि भागने से पहले तीन दिन तक बाल अपचारियों ने प्लानिंग की और भीतर ही खिड़कियों के सरिए तोड़कर उन्हें औजार के रूप में इस्तेमाल किया. जिनकी मदद से वेंटिलेशन की दीवार में सेंध मारकर ये फरार हो गए थे. इनके खिलाफ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
तीन आरोपी बालिग, होगा मेडिकल : भागने के बाद इन्होंने चोरी, नकबजनी और चैन स्नैचिंग की वारदातें की लेकिन पुलिस लगातार पीछे कर रही थी और माल ठिकाने लगाने से पहले ही इन्हें पकड़ लिया गया. इनमें से तीन के बालिग होने की जानकारी मिली है. इनका मेडिकल मुआयना करवाया जाएगा. फिलहाल पुलिस ने भागे 15 में से 13 अपचारियों को पकड़ लिया है.