जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने मंत्री शांति धारीवाल पर सियासी बदले के तहत उनके क्षेत्र की सड़कों के कार्यों को रोकने का आरोप लगाया. इस पर मंत्री धारीवाल ने पलटवार किया. उन्होंने कहा-'मैं आपकी बात का बुरा नहीं मानता हूं. अगर आपके मन में मेरे प्रति कोई और कुंठा है तो उसे भी निकाल दीजिए.' हालांकि, उनके जवाब से दिव्या मदेरणा संतुष्ट नहीं हुई और वो लगातार सियासी बदले का आरोप लगाती रही. इस पर धारीवाल ने कहा कि पहली बात तो यह है कि जोधपुर विकास प्राधिकरण की कोई पत्रावली उनके पास आती ही नहीं है.
उन्होंने कहा कि जयपुर विकास प्राधिकरण की पत्रावली उनके पास इसलिए आती है, क्योंकि जयपुर विकास प्राधिकरण के एक्ट के अनुसार वो चेयरमैन हैं. लेकिन वो जोधपुर विकास प्राधिकरण के चेयरमैन नहीं हैं और न ही उनके पास वहां की कोई पत्रावली आती है. प्राधिकरण के क्षेत्र में विधानसभा क्षेत्र जोधपुर, सरदारपुरा, सूरसागर पूरे आते हैं तो शेरगढ़, ओसिया, लूणी, बिलाड़ा और भोपालगढ़ का आंशिक हिस्सा पड़ता है. धारीवाल ने आगे कहा- आपने जो कुछ भी कहा, मैं उसका कोई बुरा नहीं मानता हूं. अगर आपके मन में मेरे प्रति कोई कुंठा है तो उसको भी निकाल लीजिएगा. मेरे प्रति अपने मन मे कोई बात मत रखिएगा.
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धारीवाल ने कहा कि आपके अनुसार 44 सड़कें प्रस्तावित थी. जिनमें से 12 सड़कें के लिए प्राधिकरण के द्वारा प्रशासनिक स्वीकृति और तीन सड़कों की वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि आपकी विधानसभा में 3 सड़कों की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है. जबकि भोपालगढ़ में दो-दो सड़कों की ही वित्तीय स्वीकृति हुई है. वैसे भी आपकी सड़कें नगर निगम सीमा से 25 से 40 किलोमीटर दूर है. हालांकि, इस जवाब के बाद भी दिव्या मदेरणा लगातार शांति धारीवाल पर हमले करते रही. ऐसे में सभापति राजेंद्र पारीक ने उन्हें बैठने को कहा. बावजूद इसके उनके हमलों का सिलसिला जारी रहा है.