जयपुर. गहलोत सरकार में सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा पर गुरुवार को मुकदमा दर्ज हुआ था. मंत्री पर वार्ड पंच ने किडनैप करने का मामला पुलिस में दर्ज करवाया है. पुलिस के इस कार्रवाई पर शुक्रवार को गुढ़ा ने बयान दिया. राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मुकदमे से दो दिन पहले पत्नी कहती है सीएम से पंगे मत लो ये जेल में डाल देंगे. उसके बाद मेरे ऊपर अपहरण और मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ, जिसकी जांच सीआईडी सीबी को सौंप दी गई. वहीं, इस पर हरीश चौधरी ने विधानसभा में कहा कि मेरे संरक्षक ने मेरा केस सीबीआई को दिया. ऐसे में किसी को भी जांच से नहीं डरना चाहिए.
मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने सीएम पर साधा निशाना: पायलट समर्थक मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ही गृहमंत्री हैं और हमारे सीएम को एक मंत्री पर इतना भरोसा नहीं है कि वह कम से कम इस मुकदमे से पहले मुझसे मामले की जानकारी तो ले लेते. मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर नाराजगी जताते हुए कहा, पिछली गहलोत सरकार में भी मैंने उनके साथ काम किया और इस सरकार में भी काम कर रहा हूं. किसी मंत्री पर केस हो और सीएम को पता न हो ये संभव नहीं है.
उन्होंने कहा कि मैंने तो एक महिला की सहायता की, जिसकी बच्चियों की शादी थी और वह व्यक्ति उन्हें पैसे नहीं दे रहा था. महिला कह रही थी कि वह मैं बच्चियों के साथ सुसाइड कर लूंगी. ऐसे में मेरे पास उस महिला की मदद के अलावा कोई रास्ता नहीं था. ऐसे आदमी जब मंत्रियों पर मुकदमा दर्ज कराने लगेंगे तो क्या बचेगा?. मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि उस व्यक्ति का हाथ एक्सीडेंट में टूटा हुआ था, मैंने उसकी कोई पिटाई नहीं की.
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विधानसभा में हरीश चौधरी रख चुके हैं अपना दर्द: विधानसभा में पूर्व मंत्री हरीश चौधरी ने खुद पर दर्ज मुकदमे को सीबीआई में सौंपने के लिए सीएम को जिम्मेदार ठहरा चुके हैं. हरीश चौधरी ने विधानसभा में कहा था कि सीबीआई की जांच से किसी को डरना नहीं चाहिए, क्योंकि मेरे खुद के संरक्षक ने मेरे खिलाफ जांच को सीबीआई को दे दी. उन्होंने कहा कि पेपर लीक को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए तो हमारे केस को सीबीआई को सौंप दिया.