जयपुर. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आचार सहिंता लगने से पहले स्कूली शिक्षा विभाग में आंशिक रूप से तबादले हो सकते हैं. यह संकेत खुद राज्य शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने दिए हैं.
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मंत्री डोटासरा ने कहा कि बीजेपी शासनकाल में जिन शिक्षकों को राजनीतिक दुर्भावना से प्रताड़ित किया गया है. उनका तबादला किया जाएगा और सरकार न्याय का काम करेगी. जो कि स्कूलों की बोर्ड परीक्षा नजदीक है. ऐसे में बड़े स्तर पर ताबदले छुट्टियों में ही किये जायेंगे. साथ ही शिक्षा में तबादला नीति बनाने की ओर भी सरकार बढ़ रही है.
चुनाव आयोग ने यह साफ कर दिया है कि 28 फरवरी तक तबादले, नियुक्तियां पूरी कर ली जाएं. वहीं यह भी निर्देश दिए हैं कि मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण के चलते इस काम में लगे कर्मचारियों और अधिकारियों का 22 फरवरी तक तबादला नहीं किया जाए. ऐसे में अब अधिकांश तबादले 22 से 28 फरवरी के बीच में ही सम्भव है. क्योंकि तृतीय और द्वितीय श्रेणी के अधिकांश शिक्षक बीएलओ यानि कि चुनावों के कार्य में ही लगे हुए हैं.
मार्च के पहले सप्ताह में आचार सहिंता लगने की संभावना है. ऐसे में शिक्षा विभाग के पास केवल फरवरी के ही महीना बचा है. इसके बाद अब तबादले सीधे जून में होंगे. वहीं कुछ समय पहले उच्च शिक्षा में भी बड़ी संख्या में बीजेपी विचारधारा वाले व्याख्याताओं का तबादला करके कांग्रेसी विचारधारा वाले व्याख्याताओं को लगाया गया था. अब स्कूल शिक्षा में भी उन्हीं का तबादला किया जाएगा, जो बीजेपी शासनकाल में प्रताड़ित हुए है.
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