जयपुर. राजस्थान एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट की ओर से जयपुर में शुक्रवार से दो दिवसीय मिलेट्स कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान मिलेट्स यानी मोटे अनाज की गुणवत्ता, उपयोगिता और उत्पादन पर देशभर से आए एक्सपर्ट चर्चा करेंगे. श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर और मिलेट्स विकास निदेशालय जयपुर मिलकर यह आयोजन कर रहा है. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलराज सिंह ने बताया कि कॉन्क्लेव के माध्यम से आम जनता को मिलेट्स बाजरा, रागी, ज्वार, कोदो, कुटकी और सावा जैसे मोटे अनाज के महत्व और उनसे मिलने वाले पोषण के बारे में बताया जाएगा.
इस कॉन्क्लेव का आयोजन मुख्य रूप से किसानों को मोटे अनाजों की गुणवत्ता, उत्पादन और उपयोगिता से संबंधित जानकारी के लिए किया जाएगा. गौरतलब है कि राजस्थान बाजरे की पैदावार और बुवाई के क्षेत्र में पूरे देशभर में पहले पायदान पर है. ऐसे में उपभोक्ताओं और उद्योगपतियों को इस दौरान अपनी बात रखने के लिए एक मंच प्रदान किया जा रहा है, ताकि प्रदेश में मिलेट्स को प्रोत्साहित किया जा सके.
मिलेट्स प्रोडक्ट का जायका भी मिलेगा : मिलेट्स कॉन्क्लेव के दौरान बाजरा सहित दूसरे मिलेट्स से तैयार विभिन्न खाद्य और प्रसंस्कृत उत्पादों का जायका लेने का मौका जयपुर वासियों को मिलेगा. कार्यक्रम के दौरान मिलेट्स उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. मिलेट्स से मिलने वाले पोषण के बारे में उपभोक्ताओं, किसानों और स्कूली बच्चों को जागरुक करने के लिए अलग-अलग विषयों पर व्याख्यान भी किए जाएंगे. डॉक्टर बलराज सिंह के मुताबिक मिलेट्स कॉन्क्लेव में विभिन्न जिलों के 1000 से ज्यादा किसानों की सहभागिता रहेगी. जयपुर शहर के कई स्कूल भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. कृषि व्यवसायी, स्वयंसेवी संस्था, किसान उत्पादक संगठन, स्टार्टअप, कृषि क्षेत्र के व्यवसायी, मोटे अनाज का उत्पादन करने वाले किसान और कृषि वैज्ञानिक भी इस आयोजन में हिस्सा लेंगे.