जयपुर. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन की ओर से सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान पर शुक्रवार को विरोध दर्ज कराया गया. सेना के पूर्व अधिकारियों, पूर्व जज, पूर्व आईएएस, पूर्व आईपीएस ने राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. उन्होंने ऐसे मामले में हस्तक्षेप कर कठोर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.
राष्ट्रपति को बताने की जरूरत : शुक्रवार को राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के बाद मेजर जनरल अनुज माथुर ने कहा कि भारतवासियों की भावनाओं को आहत करने का सुनियोजित षड्यंत्र हो रहा है. भारत को कमजोर करने की साजिश की जा रही है. ज्ञापन में उदयनिधि के बयान को राष्ट्र हित के लिए घातक बताया है. उन्होंने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणी के बारे में राष्ट्रपति को बताने की जरूरत है. इस वजह से ज्ञापन राज्यपाल को दिया गया है, ताकि वो राष्ट्रपति तक बात पहुंचा सकें.
सनातन विश्व कुटुंबकम का संदेश देता : उन्होंने कहा कि उधयनिधि के बयान में उनकी भाषा, भावना और समय भी गलत है. इसको लेकर जनता में आक्रोश है. अभी भारत जी20 का नेतृत्व कर रहा है. पूरे विश्व की शक्ति यहां इकट्ठी हो रही हैं. इस दौरान ऐसी घृणास्पद बयान पर संज्ञान लेना चाहिए और इस पर विशेष कार्रवाई राष्ट्रपति को करने की आवश्यकता है, ताकि एक सही मैसेज जा सके. उन्होंने बताया कि सनातन शाश्वत और सत्य है. यही सनातन विश्व कुटुंबकम का संदेश देता है, उसके खिलाफ इस तरह की टिप्पणी मंजूर नहीं है.
ये है मामला : गत दिनों तमिलनाडु के सीएम के बेटे और डीएमके नेता उदयनिधि ने सनातन धर्मम को डेंगू, मलेरिया, कोरोना जैसा बताते हुए इसके उन्मूलन की बात कही थी. इसके बाद से देश भर में सनातन में आस्था रखने वालों में नाराजगी है. डीएमके I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल है.