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MSP के लिए गोली चलेगी, लाठी चलेगी, लोग मरेंगे...गुजरात मॉडल कुछ नहीं : सत्यपाल मलिक

मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मालिक ने एक बार फिर किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है. मलिक ने किसानों के साथ छल होने का लगाया आरोप. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने एक साल पहले जो वादा किया था उसे पूरा नहीं किया है. उन्होंने कहा कि गुजरात मॉडल कुछ नहीं है, मोदी मॉडल फेल हो गया है. मलिक ने कहा कि अब चुनाव नहीं किसानों के लिए लडूंगा.

Former Governor Satya Pal Malik
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक
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Published : Nov 17, 2022, 5:11 PM IST

जयपुर. जम्मू-कश्मीर सहित पांच राज्यों के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने गुरुवार को केंद्र सरकार को निशाने पर लिया. मलिक ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने का फैसला करे, नहीं तो वापस से एक बार फिर आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से काला दिवस मनाया जाएगा. केंद्र को घेरते हुए मलिक ने कहा कि अडानी ने हरियाणा में गेहूं के गोदाम भर दिए, जबकि किसानों के गेहूं का उन्हें दाम ही नहीं मिल रहा है. गुजरात मॉडल की बात करते हुए कहा कि मोदी मॉडल फेल हो गया है.

एमएसपी के लिए होगा फिर आंदोलन : सत्यपाल मलिक ने कहा कि आने वाले दिनों में एमएसपी के लिए गोली चलेगी, लाठी चलेगी और लोग मरेंगे भी. इस मुद्दे को लेकर किसान आंदोलन करेंगे. सयुंक्त किसान मोर्चा के लोग इसके लिए तैयारी (Farmer Protest on MSP) कर रहे हैं और मैं उनके सहयोग में हूं. आंदोलन फिर से खड़ा होगा. इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार होगी. किसानों के साथ छल किया जा रहा है. उन्हें धोखा दिया गया है. अब ऐसा नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने का फैसला करे नहीं तो वापस से एक बार फिर आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चे की ओर से काला दिवस मनाया जाएगा.

क्या कहा सत्यपाल मलिक ने...

अडानी के गोदाम में भर दिया गेहूं : पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि हरियाणा में अडानी के गोदाम में गेहूं के भंडार लगा दिए गए हैं और किसानों को एमएसपी नहीं मिल रही है. ऐसे कैसे चलेगा, किसान परेशान हैं और सरकार मस्त है. पेंशन खत्म की जा रही है. केंद्र सरकार पूरी तरह से बेफिक्र है. तीनों कृषि कानून को वापस लेने के बाद पीएम ने कहा था कि जल्द ही एमएसपी पर फैसला लिया जाएगा. वो फैसला अभी तक नहीं हुआ. एमएसपी को लेकर किसान क्या करें?. उन्होंने कहा कि किसानों के हितों के लिए लड़ता रहूंगा. मलिक ने कहा कि मैं चुनाव नहीं लडूंगा, लेकिन किसानों के हित के लिए सरकार से भी लड़ना पड़े तो मैं लडूंगा. उन्होंने कहा कि न ही किसी दल के साथ जाएंगे? किसानों के समर्थन में सड़क पर उतरेंगे और समर्थन में बैठेंगे भी.

राहुल गांधी की तारीफ : राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर (Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra) पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने तारीफ की और कहा कि ऐसी यात्राएं सभी नेता करें. उन्होंने कहा कि देश में महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी चरम पर है. इसे यदि ठीक नहीं किया गया तो वापस से संघर्ष शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि देश को बर्बाद करने का काम मोदी सरकार कर रही है.

पढ़ें : सत्यपाल मलिक का मोदी सरकार पर हमला, कहा- केंद्र सरकार किसानों में जातिवाद का जहर न घोलें

गुजरात मॉडल कुछ नहीं है : मलिक ने गुजरात मॉडल के ऊपर कहा कि मैंने गुजरात को काफी करीब से देखा है. गुजरात मॉडल कुछ भी नहीं है, वहां पर बहुत ज्यादा गरीब लोग हैं. बेरोजगारी भी लगातार बढ़ी है. वहां के किसान भी परेशान हैं, मेडिकल सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है. मलिक ने कहा कि सांप्रदायिक माहौल बनाकर चुनाव जीता जाता है. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के लिए एमएसपी की पैरवी की थी, लेकिन अब दिल्ली में आते ही वह अपने उसे बयान से बदल गए हैं. मोदी मॉडल सब फेल हो गया है. देश में भी बेरोजगारी और महंगाई की मार ने आम लोगों की जेब पर डाका डाल रखा है.

ओबीसी आरक्षण से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं : मलिक ने राजस्थान में ओबीसी आरक्षण पर चल रही विसंगतियों के मसले पर कहा कि इससे छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं होगी. जिन जातियों को इसका लाभ मिल रहा है, उन्हें यह लाभ मिलता रहना चाहिए. यदि किसी रिटायर्ड या अन्य जातियों को यह लाभ देना है तो वह अलग से दिया जाए. इसके लिए किसी वर्ग विशेष के अधिकारों को नहीं काटा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पुरानी स्थिति को सरकार बहाल करे, ताकि समाज में जो वैमनस्य बना हुआ है वह खत्म हो और लोगों में जातिगत द्वेष नहीं बने.

जयपुर. जम्मू-कश्मीर सहित पांच राज्यों के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने गुरुवार को केंद्र सरकार को निशाने पर लिया. मलिक ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने का फैसला करे, नहीं तो वापस से एक बार फिर आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से काला दिवस मनाया जाएगा. केंद्र को घेरते हुए मलिक ने कहा कि अडानी ने हरियाणा में गेहूं के गोदाम भर दिए, जबकि किसानों के गेहूं का उन्हें दाम ही नहीं मिल रहा है. गुजरात मॉडल की बात करते हुए कहा कि मोदी मॉडल फेल हो गया है.

एमएसपी के लिए होगा फिर आंदोलन : सत्यपाल मलिक ने कहा कि आने वाले दिनों में एमएसपी के लिए गोली चलेगी, लाठी चलेगी और लोग मरेंगे भी. इस मुद्दे को लेकर किसान आंदोलन करेंगे. सयुंक्त किसान मोर्चा के लोग इसके लिए तैयारी (Farmer Protest on MSP) कर रहे हैं और मैं उनके सहयोग में हूं. आंदोलन फिर से खड़ा होगा. इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार होगी. किसानों के साथ छल किया जा रहा है. उन्हें धोखा दिया गया है. अब ऐसा नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने का फैसला करे नहीं तो वापस से एक बार फिर आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चे की ओर से काला दिवस मनाया जाएगा.

क्या कहा सत्यपाल मलिक ने...

अडानी के गोदाम में भर दिया गेहूं : पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि हरियाणा में अडानी के गोदाम में गेहूं के भंडार लगा दिए गए हैं और किसानों को एमएसपी नहीं मिल रही है. ऐसे कैसे चलेगा, किसान परेशान हैं और सरकार मस्त है. पेंशन खत्म की जा रही है. केंद्र सरकार पूरी तरह से बेफिक्र है. तीनों कृषि कानून को वापस लेने के बाद पीएम ने कहा था कि जल्द ही एमएसपी पर फैसला लिया जाएगा. वो फैसला अभी तक नहीं हुआ. एमएसपी को लेकर किसान क्या करें?. उन्होंने कहा कि किसानों के हितों के लिए लड़ता रहूंगा. मलिक ने कहा कि मैं चुनाव नहीं लडूंगा, लेकिन किसानों के हित के लिए सरकार से भी लड़ना पड़े तो मैं लडूंगा. उन्होंने कहा कि न ही किसी दल के साथ जाएंगे? किसानों के समर्थन में सड़क पर उतरेंगे और समर्थन में बैठेंगे भी.

राहुल गांधी की तारीफ : राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर (Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra) पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने तारीफ की और कहा कि ऐसी यात्राएं सभी नेता करें. उन्होंने कहा कि देश में महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी चरम पर है. इसे यदि ठीक नहीं किया गया तो वापस से संघर्ष शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि देश को बर्बाद करने का काम मोदी सरकार कर रही है.

पढ़ें : सत्यपाल मलिक का मोदी सरकार पर हमला, कहा- केंद्र सरकार किसानों में जातिवाद का जहर न घोलें

गुजरात मॉडल कुछ नहीं है : मलिक ने गुजरात मॉडल के ऊपर कहा कि मैंने गुजरात को काफी करीब से देखा है. गुजरात मॉडल कुछ भी नहीं है, वहां पर बहुत ज्यादा गरीब लोग हैं. बेरोजगारी भी लगातार बढ़ी है. वहां के किसान भी परेशान हैं, मेडिकल सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है. मलिक ने कहा कि सांप्रदायिक माहौल बनाकर चुनाव जीता जाता है. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के लिए एमएसपी की पैरवी की थी, लेकिन अब दिल्ली में आते ही वह अपने उसे बयान से बदल गए हैं. मोदी मॉडल सब फेल हो गया है. देश में भी बेरोजगारी और महंगाई की मार ने आम लोगों की जेब पर डाका डाल रखा है.

ओबीसी आरक्षण से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं : मलिक ने राजस्थान में ओबीसी आरक्षण पर चल रही विसंगतियों के मसले पर कहा कि इससे छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं होगी. जिन जातियों को इसका लाभ मिल रहा है, उन्हें यह लाभ मिलता रहना चाहिए. यदि किसी रिटायर्ड या अन्य जातियों को यह लाभ देना है तो वह अलग से दिया जाए. इसके लिए किसी वर्ग विशेष के अधिकारों को नहीं काटा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पुरानी स्थिति को सरकार बहाल करे, ताकि समाज में जो वैमनस्य बना हुआ है वह खत्म हो और लोगों में जातिगत द्वेष नहीं बने.

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