जयपुर. नगर निगम में होने वाले राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान को लेकर एक बार फिर विवाद छिड़ गया है. इस बार विवाद इनके बंद होने का नहीं, बल्कि टाइम को लेकर के हैं. अब तक नगर निगम परिसर में ऑफिस टाइम शुरू होने पर राष्ट्रगान और ऑफिस टाइम खत्म होने पर राष्ट्रगीत होता आया है, लेकिन अब मेयर ने इसका शेड्यूल चेंज करने के निर्देश दिए हैं.
इस पर मेयर लाटा ने तर्क दिया है कि किसी भी कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगीत से होती है और समापन पर राष्ट्रगान से किया जाता है. राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान होने के कुछ नियम बने हुए हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया जा रहा है. अब निगम में सुबह राष्ट्रगीत और शाम को राष्ट्रगान होगा. रविवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ दिन पहले तकनीकी खराबी के चलते राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान बंद हो गया था तो बीजेपी ने स्वयं को राष्ट्रभक्त बताते हुए उन पर आरोप लगाए थे.
लेकिन उन राष्ट्रभक्तों को ये नहीं पता कि राष्ट्रगीत कब होता है और राष्ट्रगान कब. हालांकि, राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान को लेकर देशभक्ति की भावना जुड़ी हुई है. लेकिन फिलहाल इस भावना के परे जयपुर नगर निगम में यह मसला सबसे बड़ा सियासी मुद्दा बना हुआ है. अब देखने वाली बात होगी मेयर विष्णु लाटा के इस बयान पर भाजपा की तरफ से क्या प्रतिक्रिया आती है.