जयपुर. देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण जारी है. इसी के साथ केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ भी श्रमिक संगठनों का विरोध प्रदर्शन जारी है. केंद्रीय श्रमिक संगठन के आह्वान पर देशभर में श्रमिकों की बदहाली एवं सरकार द्वारा उनके लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं करने को लेकर राजस्थान में इंटक, एटक, हिंद मजदूर सभा और बैंक बीमा संगठनों से जुड़े श्रमिकों ने विरोध प्रदर्शन किया.
सामान्यतः विशाल जुलूस के साथ निकाले जाने वाले इन प्रदर्शनों में कोरोना का खौफ ऐसा रहा कि श्रमिकों ने अपने-अपने विभागों में कार्यस्थल पर ही काली पट्टी बांधते हुए विरोध करना उचित समझा. संयुक्त मोर्चा के संयोजक और एम.एच.एस के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश माथुर ने बताया कि कोविड-19 की गाइडलाइंस की पालना करते हुए विरोध किया गया है. सभी ने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के साथ अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की है.
क्या हैं सरकार से मांगें:
सरकार से श्रमिकों को लॉकडाउन की अवधि का वेतन, इस दौरान दुर्घटनाग्रस्त मजदूरों को मुआवजा, प्रवासी मजदूरों को यातायात व्यवस्था करके उनके घर तक पहुंचाना, फैक्ट्री एवं कारखाने में कोविड-19 से बचाव की मांगों का पालना करते हुए कारखाना खुलवाना, प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य में रोजगार एवं आर्थिक अनुदान देना, श्रम कानूनों में परिवर्तन वापिस लेना, कर्मचारियों को बढ़ें हुए डीए का भुगतान करने और कोविड-19 का बीमा करने की मांग की है.
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प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा:
इस दौरान सभी संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन भी सौंपा. मुकेश माथुर, सौरभ दिक्षित, प्रवीण चौहान सहित कई संगठन के पदाधिकारी भी मौजूद है. सभी ने श्रम विभाग के अतिरिक्त आयुक्त को प्रधानमंत्री मोदी ने नाम ज्ञापन सौंपा है.