जयपुर. मकर संक्रांति से एक दिन पहले रविवार को ही मकर संक्रांति मना ली गई. दान-पुण्य के अलावा रविवार को ही सूर्य की पहली किरण के साथ शहरवासी छतों पर जा चढ़े और पतंगबाजी का दौर शुरू हुआ. शहर पूरे दिन 'वो काटा, वो मारा' के शोर से गुंजायमान रहा. वहीं लोगों ने घरों की छत पर डीजे साउंड भी चलाया. जिसमें फिल्मी सॉन्ग के साथ-साथ इस बार भगवान श्री राम के स्वागत में जमकर राम भजन भी चलाए गए. वहीं शाम ढलने के साथ ही शहर में दीपावली का नजारा देखने को मिला. आसमान में विश लैंप के साथ आतिशबाजी भी की हुई.
हर त्यौहार को सेलिब्रेट करने का जयपुर वासियों में खासा जुनून रहता है. ये जुनून रविवार को मकर संक्रांति पर्व से पहले 14 जनवरी को ही देखने को मिल गया. हालांकि इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी, प्रशासन की ओर से अवकाश भी 15 जनवरी का ही दिया गया है. लेकिन रविवार को अवकाश होने के चलते त्योहार सा ही माहौल रहा. दिनभर आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से गुलजार रहा.
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लोग छतों पर अपने परिजनों और यार-दोस्तों के साथ जमकर फिल्मी गीतों पर थिरके. यही नहीं भगवान श्री राम के जयकारे लगाते हुए 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा आयोजन से पहले भगवान का स्वागत करते दिखे. चूंकि दान-पुण्य का दौरा 15 जनवरी को रहेगा. ऐसे में 14 जनवरी को महिलाओं ने भी जमकर पतंगबाजी का लुत्फ उठाया और शाम ढलने के साथ ही लोगों ने अपने घर से विश लैंप (लालटेन, कैंडीले) उड़ा कर सुखद भविष्य और सुख-समृद्धि की कामनाएं की. ये विश लैंप आसमान में टिमटिमाते हुए तारों से आभासी हुए. वहीं इस दौरान करीब 1 घंटे तक जमकर आतिशबाजी हुई. जिससे आसमान आतिशबाजी की रोशनी से नाह गया. इस विहंगम नजारे को लोगों ने अपने कमरे में भी कैद किया.
आपको बता दें कि मकर संक्रांति पर दान-पुण्य का विशेष महत्व माना गया है. ऐसे में ज्योतिषाचार्यों ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी यानि सोमवार को मनाई जाएगी. 15 जनवरी को सुबह 2:40 से रात 11:11 तक वरीयान योग रहेगा. वहीं इसी दौरान सुबह 7:15 से 8:07 तक रवि योग रहेगा. खास बात ये है कि 5 साल बाद मकर संक्रांति सोमवार को आ रही है. ऐसे में भगवान सूर्य के साथ भगवान शिव का आशीर्वाद भी लोगों को मिलेगा.