ETV Bharat / state

पतंगबाजी के दौरान दुर्घटना में बच्चे की मौत, 2 दिन में 150 से ज्यादा लोग घायल - पतंगबाजी के दौरान दुर्घटना

Kite Flying in Rajasthan, मकर संक्रांति का पर्व जयपुर के एक परिवार के लिए खुशियों के बजाय मातम लेकर आया. सोमवार को 13 वर्षीय रिंकू की पतंगबाजी करने के दौरान छत से गिरने से मौत हो गई. इसके अलावा भी पतंगबाजी से हुई दुर्घटना और मांझे की चपेट में आने से 2 दिन में करीब 150 लोग घायल हुए. इनमें अकेले एसएमएस अस्पताल में 82 घायलों का इलाज किया गया.

SMS Hospital
SMS Hospital
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 16, 2024, 7:24 AM IST

जयपुर. राजधानी जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रविवार के बाद सोमवार को भी दिनभर पतंगबाजी से हुई दुर्घटना के मामले सामने आते रहे. किसी के छत से गिरने से फ्रैक्चर होने तो किसी को मांझे की चपेट में आने की वजह से नाक, गला कटने के चलते अस्पताल लाया गया, लेकिन इसमें सबसे ज्यादा दर्दनाक हादसा 13 वर्षीय रिंकू के साथ हुआ. अस्पताल उपाध्यक्ष के डॉ. प्रदीप शर्मा ने बताया कि जयपुर के तूंगा प्रेमपुरा भटेरी का रहने वाला रिंकू पतंग उड़ाते वक्त छत से गिर गया. जिसे लेकर परिजन अस्पताल तक तो पहुंचे, लेकिन यहां आने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी.

उन्होंने बताया कि 29 लोग पतंगबाजी के कारण दुर्घटना का शिकार हुए. इनमें 9 केस मांझे से कटने की वजह से अस्पताल पहुंचे. इनमें 6 की इंजरी ज्यादा थी, जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है. जिनमें सुभाष चौक में रहने वाले दशरथ शर्मा की हेलमेट होने के बावजूद मजे से गर्दन कट गई. उसके गले में 6 टांके आए हैं. इसी तरह ट्रांसपोर्ट का रहने वाले मोहम्मद तज्जुद्दीन भी दोपहिया पर सवार होकर घर से निकले थे, लेकिन रास्ते में मांझे से उनकी नाक कट गई.

पढ़ें : कोटा में चाइनीज मांझे से घायल हुए तीन दर्जन लोग, कई पक्षियों की हुई मौत

वहीं, निवारू रोड स्थित लालचंदपुरा में रहने वाली 9 साल की मासूम राधिका दूसरी मंजिल से पहली मंजिल पर जा गिरी. उसके सिर पर चोट आई है. हालांकि, बच्ची की स्थिति नॉर्मल बताई जा रही है, लेकिन उसे 24 घंटे के लिए ऑब्जर्वेशन में रखा है. वहीं, चाकसू की रहने वाली 7 वर्षीय अलीना भी पतंग के चक्कर में छत से गिरी, जिसके सीधे हाथ की हड्डी टूट गई. टोंक के रहने वाले 5 वर्षीय युवान और सलेमपुर की रहने वाली 9 वर्ष की तन्वी की भी सिर्फ छत से गिरने से सिर में काफी चोट आई है.

इससे पहले रविवार को भी करीब 60 पेशेंट ट्रॉमा सेंटर पहुंचे थे, जिनमें से करीब 15 के हालात क्रिटिकल थे. इनमें पांच और छह साल के दो मासूम सीरियस हेड इंजरी की वजह से आईसीयू में भी भर्ती है.

जयपुर. राजधानी जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रविवार के बाद सोमवार को भी दिनभर पतंगबाजी से हुई दुर्घटना के मामले सामने आते रहे. किसी के छत से गिरने से फ्रैक्चर होने तो किसी को मांझे की चपेट में आने की वजह से नाक, गला कटने के चलते अस्पताल लाया गया, लेकिन इसमें सबसे ज्यादा दर्दनाक हादसा 13 वर्षीय रिंकू के साथ हुआ. अस्पताल उपाध्यक्ष के डॉ. प्रदीप शर्मा ने बताया कि जयपुर के तूंगा प्रेमपुरा भटेरी का रहने वाला रिंकू पतंग उड़ाते वक्त छत से गिर गया. जिसे लेकर परिजन अस्पताल तक तो पहुंचे, लेकिन यहां आने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी.

उन्होंने बताया कि 29 लोग पतंगबाजी के कारण दुर्घटना का शिकार हुए. इनमें 9 केस मांझे से कटने की वजह से अस्पताल पहुंचे. इनमें 6 की इंजरी ज्यादा थी, जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है. जिनमें सुभाष चौक में रहने वाले दशरथ शर्मा की हेलमेट होने के बावजूद मजे से गर्दन कट गई. उसके गले में 6 टांके आए हैं. इसी तरह ट्रांसपोर्ट का रहने वाले मोहम्मद तज्जुद्दीन भी दोपहिया पर सवार होकर घर से निकले थे, लेकिन रास्ते में मांझे से उनकी नाक कट गई.

पढ़ें : कोटा में चाइनीज मांझे से घायल हुए तीन दर्जन लोग, कई पक्षियों की हुई मौत

वहीं, निवारू रोड स्थित लालचंदपुरा में रहने वाली 9 साल की मासूम राधिका दूसरी मंजिल से पहली मंजिल पर जा गिरी. उसके सिर पर चोट आई है. हालांकि, बच्ची की स्थिति नॉर्मल बताई जा रही है, लेकिन उसे 24 घंटे के लिए ऑब्जर्वेशन में रखा है. वहीं, चाकसू की रहने वाली 7 वर्षीय अलीना भी पतंग के चक्कर में छत से गिरी, जिसके सीधे हाथ की हड्डी टूट गई. टोंक के रहने वाले 5 वर्षीय युवान और सलेमपुर की रहने वाली 9 वर्ष की तन्वी की भी सिर्फ छत से गिरने से सिर में काफी चोट आई है.

इससे पहले रविवार को भी करीब 60 पेशेंट ट्रॉमा सेंटर पहुंचे थे, जिनमें से करीब 15 के हालात क्रिटिकल थे. इनमें पांच और छह साल के दो मासूम सीरियस हेड इंजरी की वजह से आईसीयू में भी भर्ती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.