ETV Bharat / state

मकर संक्रांति पर जलमहल की पाल पर होगा काइट फेस्टिवल, पर्यटक पारंपरिक व्यंजनों का उठाएंगे लुत्फ

Kite festival in Jaipur, राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से जनवरी में अनेक फेस्टिवल आयोजित किए जा रहे हैं. वहीं, मकर संक्रांति के दिन पिंक सिटी के जलमहल की पाल पर काइट फेस्टिवल का आयोजन होगा, जिसमें पतंग की प्रदर्शनी के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे.

Kite festival in Jaipur
Kite festival in Jaipur
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 12, 2024, 7:25 PM IST

पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर उपेंद्र सिंह शेखावत

जयपुर. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से जनवरी में अनेक फेस्टिवल आयोजित किए जा रहे हैं. वहीं, मकर संक्रांति के दिन जयपुर में आसमान रंग बिरंगी पतंगों से गुलजार रहेंगे. दरअसल, मकर संक्रांति के दिन पिंक सिटी स्थित जलमहल की पाल पर काइट फेस्टिवल का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें पतंग की प्रदर्शनी के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा. इसके साथ ही देशी-विदेशी सैलानियों के लिए मकर संक्रांति के पारंपरिक व्यंजन व पतंगबाजी की व्यवस्था भी की गई है. पर्यटकों को कला-संस्कृति, परंपरागत परिधान और पारंपरिक खानपान के साथ ही हस्तशिल्प से रूबरू होने का मौका मिलेगा.

पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि 14 जनवरी को पर्यटन विभाग की ओर से जयपुर के जलमहल की पाल पर पतंग उत्सव का आयोजन किया जा रहा है. पतंग प्रदर्शनी के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी, जिसमें पतंगबाजी प्रतियोगिता, फैंसी पतंग प्रतियोगिता और प्रदर्शनी आयोजित होगी. साथ ही लोक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देंगे. पर्यटकों के लिए पारंपरिक व्यंजन फीणी, तिल के लड्डू, दाल की पकौड़ी की व्यवस्था रहेगी. जलमहल की पाल पर 14 जनवरी को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक कार्यक्रम का आयोजन होगा. वहीं, शाम को पतंगों के साथ आतिशबाजी के नजारे भी देखने को मिलेंगे.

इसे भी पढ़ें - राजस्थान में मकर संक्रांति पर 4 घंटे रहेगी पतंगबाजी पर रोक, गृह विभाग ने जारी की एडवाइजरी

सांभर फेस्टिवल का होगा आयोजन : पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से कई नवाचार किए जा रहे हैं. जयपुर के सांभर में 26 जनवरी से 28 जनवरी तक सांभर फेस्टिवल का आयोजन होगा. दूसरी बार सांभर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. सांभर फेस्टिवल में कई रोमांचक गतिविधियां होंगी, जिसमें हेरिटेज वॉक से लेकर साइकिल रेस, बाइक राइडर्स, एडवेंचर कैंप, नेचुरल फेस्टिवल समेत कई एक्टिविटीज होगी. पिछले साल प्रदेश में काफी संख्या में टूरिस्ट आया था. यह पर्यटन विभाग के नवाचारों का ही नतीजा रहा है.

ऊंट महोत्सव का आयोजन : बीकानेर में 12 जनवरी से 14 जनवरी तक ऊंट महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. शुक्रवार को तीन दिवसीय ऊंट महोत्सव की शुरुआत हो गई. उत्सव के पहले दिन देसी-विदेशी सैलानी लोक संस्कृति के जश्न में डूबे हुए नजर आए. उत्सव की शुरुआत रामपुरिया हवेली से की गई. हेरिटेज वॉक में सजे धजे ऊंट रोबीले और पारंपरिक रंग बिरंगी वेशभूषा में सजी-धजी महिलाओं और लोक कलाकारों ने शिरकत की. लोक कलाकारों के साथ स्थानीय लोगों ने भी जमकर नृत्य किया. देसी विदेशी सैलानी भी लोक कलाकारों के साथ थिरकते हुए नजर आए.

पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर उपेंद्र सिंह शेखावत

जयपुर. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से जनवरी में अनेक फेस्टिवल आयोजित किए जा रहे हैं. वहीं, मकर संक्रांति के दिन जयपुर में आसमान रंग बिरंगी पतंगों से गुलजार रहेंगे. दरअसल, मकर संक्रांति के दिन पिंक सिटी स्थित जलमहल की पाल पर काइट फेस्टिवल का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें पतंग की प्रदर्शनी के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा. इसके साथ ही देशी-विदेशी सैलानियों के लिए मकर संक्रांति के पारंपरिक व्यंजन व पतंगबाजी की व्यवस्था भी की गई है. पर्यटकों को कला-संस्कृति, परंपरागत परिधान और पारंपरिक खानपान के साथ ही हस्तशिल्प से रूबरू होने का मौका मिलेगा.

पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि 14 जनवरी को पर्यटन विभाग की ओर से जयपुर के जलमहल की पाल पर पतंग उत्सव का आयोजन किया जा रहा है. पतंग प्रदर्शनी के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी, जिसमें पतंगबाजी प्रतियोगिता, फैंसी पतंग प्रतियोगिता और प्रदर्शनी आयोजित होगी. साथ ही लोक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देंगे. पर्यटकों के लिए पारंपरिक व्यंजन फीणी, तिल के लड्डू, दाल की पकौड़ी की व्यवस्था रहेगी. जलमहल की पाल पर 14 जनवरी को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक कार्यक्रम का आयोजन होगा. वहीं, शाम को पतंगों के साथ आतिशबाजी के नजारे भी देखने को मिलेंगे.

इसे भी पढ़ें - राजस्थान में मकर संक्रांति पर 4 घंटे रहेगी पतंगबाजी पर रोक, गृह विभाग ने जारी की एडवाइजरी

सांभर फेस्टिवल का होगा आयोजन : पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से कई नवाचार किए जा रहे हैं. जयपुर के सांभर में 26 जनवरी से 28 जनवरी तक सांभर फेस्टिवल का आयोजन होगा. दूसरी बार सांभर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. सांभर फेस्टिवल में कई रोमांचक गतिविधियां होंगी, जिसमें हेरिटेज वॉक से लेकर साइकिल रेस, बाइक राइडर्स, एडवेंचर कैंप, नेचुरल फेस्टिवल समेत कई एक्टिविटीज होगी. पिछले साल प्रदेश में काफी संख्या में टूरिस्ट आया था. यह पर्यटन विभाग के नवाचारों का ही नतीजा रहा है.

ऊंट महोत्सव का आयोजन : बीकानेर में 12 जनवरी से 14 जनवरी तक ऊंट महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. शुक्रवार को तीन दिवसीय ऊंट महोत्सव की शुरुआत हो गई. उत्सव के पहले दिन देसी-विदेशी सैलानी लोक संस्कृति के जश्न में डूबे हुए नजर आए. उत्सव की शुरुआत रामपुरिया हवेली से की गई. हेरिटेज वॉक में सजे धजे ऊंट रोबीले और पारंपरिक रंग बिरंगी वेशभूषा में सजी-धजी महिलाओं और लोक कलाकारों ने शिरकत की. लोक कलाकारों के साथ स्थानीय लोगों ने भी जमकर नृत्य किया. देसी विदेशी सैलानी भी लोक कलाकारों के साथ थिरकते हुए नजर आए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.