जयपुर. गुलाबी नगरी की पतंगबाजी देश-दुनिया में मशहूर है. मकर संक्रांति पर शहर में लोग अपनी-अपनी छतों पर पतंगबाजी का लुत्फ उठाते हुए नजर आए. शहर 'वो काटा' के शोर से गुंजायमान हो गया. मकर सक्रांति पर पिंकसिटी का आसमान रंग बिरंगी पतंगों से गुलजार हो गया. वहीं पतंगबाजी के साथ ही शहर में स्वच्छ भारत का संदेश भी दिया गया. पतंग पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के साथ स्वच्छ भारत के लिए जागरूकता फैलाने के लिए खास संदेश देकर पतंग उड़ाई गई. पतंगबाजी के दावपेच के साथ लोग परंपरागत खानपान दाल की पकौड़ी, तिल के लड्डू, फीणी का स्वाद लेते नजर आए.
जय भारत जन चेतना मंच के अध्यक्ष और पूर्व पार्षद विक्रम सिंह तंवर ने जलमहल के पास जरूरतमंद बच्चों को पतंग, फीणी और तिल के लड्डू बांटे. पतंगों के साथ ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और स्वच्छ भारत का संदेश दिया. मंच की ओर से पतंगों पर 'स्वच्छ जयपुर, अपना जयपुर' लिखकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया. आसमान में पतंगे ही पतंगे नजर आ रही हैं. घर-घर में पकवानों की महक त्यौहार के मजे को दुगुना कर रही है. जयपुर की प्रसिद्ध फीणी, तिल के लड्डू, गजक और गरमा गरम पकौड़ियों के साथ पतंगबाजी का आनंद ले रहे हैं. लोगों से अपील की गई है कि सभी स्वच्छता का भी ध्यान रखें और स्वयं की सुरक्षा और बेजुबान पक्षियों का ध्यान रखते हुए पतंगबाजी करें.
जनवरी में मकर संक्रांति के दिन 14 जनवरी और दूसरे दिन 15 जनवरी को भी जमकर पतंगबाजी होती है. मकर संक्रांति के दिन दान पुण्य का बड़ा महत्व माना जाता है. मान्यता है कि मकर संक्रांति पर दान करने से पुण्य प्राप्त होता है. इस बार 15 जनवरी को दान पुण्य के लिए शुभ माना गया है. जयपुर में मकर संक्रांति के अवसर पर पतंगबाजी परवान पर है. देशभर से लोग पतंगबाजी का आनंद लेने के लिए राजधानी जयपुर पहुंचे हैं. आसमान में चारों तरफ पतंगे ही पतंगे उड़ती हुई नजर आ रही हैं. लोग अपनी छतों पर परिवार के साथ पतंग उत्सव का लुत्फ उठा रहे हैं. बच्चों से लेकर बुजुर्गों में पतंगबाजी को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला. लोगों ने पतंग उड़ाने के साथी बेजुबान पक्षियों की सुरक्षा का ध्यान रखने का भी संदेश दिया.