जयपुर. राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में प्रमुख सियासी पार्टियां अपनी बिसात बिछाने लगी है. इस बीच अब सामाजिक संगठन भी चुनाव से पहले अपनी ताकत दिखाने में जुटे हैं. रविवार को श्री राजपूत करणी सेना ने अपनी चार मांगों को लेकर करीब 25 किलोमीटर लंबी भगवा रैली निकाली, जो राजधानी जयपुर के अधिकांश प्रमुख इलाकों से होकर गुजरी. वहीं, इस दौरान श्री राजपूत करणी सेना ने चार मांगें उठाई, जिसमें राजपूत मुख्यमंत्री की मांग प्रमुख है.
श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने बताया कि आज झोटवाड़ा के गणेश मंदिर में सामूहिक पूजा-अर्चना के बाद भगवा रैली का आगाज किया गया. यह रैली झोटवाड़ा से पानी पेच बनीपार्क, गणपति प्लाजा, एमआई रोड, अजमेरी गेट, सांगानेरी गेट, बड़ी चौपड़ होते हुए जलेब चौक पहुंची. इस भगवा रैली में बड़ी संख्या में करणी सैनिकों के साथ ही राजपूत समाज के लोग और महिलाएं भी शामिल हुई. उन्होंने बताया कि रैली के दौरान कई युवा हाथ में भगवा ध्वज लेकर चल रहे थे.
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यह हैं करणी सेना की 4 प्रमुख मांगें - महिपाल सिंह मकराना ने बताया कि आज भगवा रैली के जरिए सरकार और राजनीतिक दलों का ध्यान आकर्षित करवाया गया है. उन्होंने बताया कि ईडब्ल्यूएस आरक्षण का दायरा बढ़ाकर पंचायतीराज और नगर निकाय चुनावों में भी इसे लागू करवाने, क्षत्रिय कल्याण बोर्ड का गठन, राजस्थानी भाषा को राजभाषा का दर्जा दिलाने और आगामी विधानसभा चुनाव में राजपूत समाज से मुख्यमंत्री बनाने की मांग रखी गई है.
प्रदेश स्तरीय आंदोलन की बनाएंगे रणनीति - उन्होंने कहा है कि आज की रैली से राजनीतिक पार्टियों का ध्यान अपनी मांगों की तरफ आकर्षित करवाया गया है. ऐसे में यदि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो आगामी दिनों में प्रदेश स्तरीय आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि संगठन की कार्यसमिति तय करेगी कि अगला कदम क्या होगा?.