जयपुर. बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक जोगिंदर अवाना ने कहा कि मुख्यमंत्री की रीति नीति से प्रभावित होकर कि कांग्रेस ज्वाइन की है. हम छह विधायक के आने से आने वाले निकाय चुनाव में कांग्रेस को फायदा मिलेगा. साथ ही कहा बिना शर्त पार्टी ज्वाइन की है. वहीं टिकट को लेकर बोले कि पार्टी टिकट का तय करेगी. हमारे लिए पार्टी सर्वोपरि है.
बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक जोगिंदर अवाना ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की रीति-नीति से प्रभावित होकर कांग्रेस ज्वाइन की है. जिस तरीके से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने पहले बजट में मेरे विधानसभा क्षेत्र में विकास के कामों को वरीयता दी. उसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब उनकी पार्टी कांग्रेस है.
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वहीं विधायक ने कहा कि उनके आने का असर राजस्थान के निकाय चुनाव में साफ तौर पर दिखेगा और रिजल्ट भी दिखेगा. साथ ही अवाना ने कहा कि मंत्री-संत्री पद के लिए उनकी किसी तरीके की बातचीत मुख्यमंत्री से नहीं हुई है. बिना शर्त के उन्होंने पार्टी ज्वाइन की है. हालांकि यह बात साफ है कि जिस तरीके से पिछली बार भी जब गहलोत सरकार में बसपा के 6 विधायक शामिल हुए थे. उस समय उन सभी को मंत्री पद दिया गया था. ऐसे में कहा जा रहा है कि बसपा के तमाम छह विधायकों को इस बार भी कोई पद दिया जा सकता है. लेकिन इन बसपा के विधायकों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है विधानसभा टिकट, जो टिकट इनकी इस बार कांग्रेस ने काटी थी.
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उधर जिस तरीके से पिछली बार भी विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने पर मामला लिटिगेशन में फंस गया था. इस बार भी हो सकता है कि बसपा इस तरीके का कोई निर्णय ले. हालांकि लिटिगेशन की बात पर विधायक जोगिंदर अवाना ने बोला कि हम सब 6 लोग यह सब काम देख कर आए हैं कि क्या कुछ कानूनन हो सकता है और उन्होंने विश्वास जताया कि ऐसा कुछ नहीं होगा. वहीं विधायक ने कहा कि मायावती के लिए सम्मान है और हमेशा रहेगा.